मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका १९ विधायक सहित सिंधिया ने दिया पार्टी से इस्तीफा
मोदी-शाह से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, सोनिया गांधी को सौंपा इस्तीफा
मुंबई – इंद्रदेव पांडे
होली के दिन भी मध्य प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल का दौर जारी है और १५ महीने पुरानी कमलनाथ सरकार के सामने आये सियासी संकट का रंग और गहरा हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के बाद १९ कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
१९ कांग्रेस विधायकों ने दिया इस्तीफा
बेंगलुरु में मौजूद १९कांग्रेस विधायकों ने विधायकी पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों में कमलनाथ सरकार के छह मंत्री शामिल हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से इस्तीफे के बाद ही विधायकों ने अगला कदम उठाते हुए इस्तीफा सौंप दिया। इन कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास अब विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा नहीं रह गया है।
विधानसभा में सरकार बनाने का गणित
मध्य प्रदेश विधानसभा में २३० सीटें हैं जिनमें अब २२८ विधायक बचे हैं क्योंकि दो विधायकों का निधन हो चुका है। इसमें कांग्रेस के पास ११४ विधायक हैं। कांग्रेस के कमलनाथ फिलहाल १२१ विधायकों के समर्थन से प्रदेश में सरकार बनाए हुए हैं। कांग्रेस के पास उनके ११४ विधायकों के अलावा चार निर्दलीय, एक सपा, एक बसपा और एक अन्य विधायक का समर्थन हासिल है जो पहले बसपा में थे। ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस के १९ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा में शामिल होंगे सिंधिया!
मंगलवार को सियासी घटनाक्रम में एक तरफ बागी कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला ले लिया और पार्टी से इस्तीफा सोनिया गांधी को भेज दिया। वहीं पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के आरोप में सिंधिया को पार्टी से निकालने के फैसले पर सोनिया गांधी ने मुहर लगा दी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, सिंधिया मंगलवार की शाम को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
‘कमलनाथ सरकार नहीं बच पाएगी…’
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मध्य प्रदेश में पार्टी की सरकार के न बचने की बात कही है। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके जाने से नुकसान हुआ है। कहा कि उनको नहीं लगता कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बच पाएगी। भाजपा विरोधी पार्टियों की सरकार को गिराने की कोशिश की राजनीति करनेवाली पार्टी है।