रहमत ए खुदा रोशन
है ये कुरआन आईना रोशन
इसमें है जलवा ए खुदा रोशन
इक तरफ़ तीरगी वबा की है
एक तरफ़ रहमते ख़ुदा रोशन
इस स्याह रात में कोरोना की
ईद का चाँद हो गया रोशन
इसने पैग़ामे हक़ दिया हम को
और बताया है रास्ता रोशन
बस क़लम रख दिया था काग़ज़ पर
लिकखा अंबर का हो गया रोशन
डॉ. अम्बर आबिद भोपाल
पेशकश – ज़ीशान काज़मी