पहली बार बीबीसी रेडियो पर गूंजेगी अल्लाहु अकबर की सदाए
(लियाकत शाह)
कोरोना प्रसार को रोकने के लिए ब्रिटेन समेत दुनिया के २०० से अधिक देशों में धार्मिक स्थलों को भी बन्द किया गया था। इसमें मुस्लिमों का सबसे पवित्र स्थल मक्का और मदीना भी शामिल है। सबसे पहले कतर में इस बात का एलान हुआ था कि सभी लोग अपने अपने घरों पर ही नमाज पढ़े।
इसके बाद सऊदी अरब ने इसकी घोषणा की। सऊदी ने उमराह यात्रा पर भी रोक लगा दी, इसके बाद उसे आलोचना का सामना करना पड़ा। लेकिन सऊदी की ही तरह सभी देशों को इस महामारी से बचाव के लिए ये सब करना पड़ा। दुनिया भर में करोड़ो मुस्लिम रहते है, हर शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ते है लेकिन बीते तिन माह से लोक डाउन के बीच घर पर हि लोग नमाज पढ़ रहे है।
ब्रिटेन, सऊदी, जर्मनी, चीन, भारत आदि देशों में ऐलान भी हुआ है। साथ ही जुमे की नमाज और शबे बरात और रमजान मे भी मस्जिदो में नमाज अदा नही की गई है। इसी बीच ब्रिटेन में बीबीसी रेडियो हर जुमे के दिन अजान दी जाएगी और जब तक दी जाएगी मुसलमान मस्जिदों में शामिल नही हो जाते। बीबीसी ने ये भी कहा है कि अन्य धार्मिक अल्पसंखयो, जैसे कि हिन्दू और यहूदियों के लिए नियमित प्रसारण की योजना की गई है।बीबीसी लोकल रेडियो के प्रमुख क्रिस बनर्स ने कहा है कि स्थानीय रेडियो सभी समाज के बारे में है। हमे उम्मीद है कि ये साप्ताहिक प्रतिबिंब मुसलमानों और देशवासियों को एकजुट करने में है।
अरब न्यूज़ के मुताबिक, ब्रिटेन में मुसलमानों के सम्मान में अब पहली बार बीबीसी रेडियो पर जुमे की अजान का प्रसारण किया गया। स्थानीय मुस्लिम बहुल इलाको में लीड्स, शेफील्ड, लंकाशायर, मैनचेस्टर, वेस्ट मिडलैंड्स, लीसेस्टर, स्टॉक,डर्बी, नॉटिंघम, कोवेंट्री ओर वारविकशायर, तीन काउंटियों, मरसीसैड, बर्कशायर और लन्दन के साथ है। यहां पर हर हफ्ते ५:५० बजे प्रसारण का नेतृत्व करेंगे। इसमें पैगम्बर साहब का जिक्र और कुरान पाक की आयतों को भी पढ़ा जाएगा। बता दे कि जर्मनी में भी मस्जिदों में अजान देने के लिए अनुमति दे दी गई है।