एमडी के नशे में युवक ने फाँसी लगाकर की खुदकुशी।
आखिर कब बंद होगा नशे का कारोबार।
नशे के कारोबारियों को आखिर कब तक मिलेगा स्थानीक पुलिस का संरक्षण
मनोज दुबे
नशे के बढ़ते कारोबार की वजह से मुंबई में हर रोज कुछ न कुछ वारदात होती रहती है।नशे की वजह से ही अपराध बढ़ते जा रहे है नशे का सेवन करके नवजवान युवक अपनी ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
ड्रग्स माफियाओं की स्थानीक पुलिस के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त राहत है जिसकी वजह से इनके ऊपर सिर्फ नाम मात्र की करवाई की जाती है या फिर करवाई नाहीकी जाती है।नशे के लत में विक्रोली पार्क साइड के एक युवक अफ़ज़ल रफीक खान ने खुद को फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।मौके पर पुलिस ने पहुँचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।नशे की लत लग जाने की वजह से ज्यादातर युवक अपराध कर रहे है पैसे ना होने की वजह से लोगो से मारपीट चोरी चैन स्नेचिंग जैसे अपराध को अंजाम देते है।
आखिर कब बंद होगा नशे का कारोबार ड्रग्स माफियाओं के मनोबल इतना बढ़ हुवा है कि बिंदास किसी कानून और प्रशासन के डर के खुलेआम ड्रग्स का कारोबार कर रहे है।घाटकोपर, कुर्ला,साकीनाका,गोवंडी,,मुंब्रा, बांद्रा,डोंगरी जैसे ड्रग्स माफियाओं के अड्डा बन चुका है।स्कूल कॉलेज के बच्चे भी इनके शिकार होते नजर आ रहे है।