मुंबई में फिर से कोरोना संकट, आर्थिक राजधानी में लग सकता है लॉकडाउन!
मुंबई:-मनोज दुबे(क्राइम रिपोर्टर)
मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामले देखकर फिर लगाया जा सकता है लॉकडाउन।मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि राज्य में और मुंबई में बढ़ रहे कोरोना के मामले चिंता का विषय हैं। ट्रेनों में यात्रा करने वाले ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहनते हैं। लोकल में बहुत भीड़ होती है लेकिन लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकी अभी कोरोना का संकट खत्म नही हुवा है।मेयर ने कहा कि लोगों ने अगर बात नहीं मानी और मास्क का उपयोग करना शुरू नहीं किया तो हम एक और लॉकडाउन की ओर बढ़ेंगे। मेयर से सवाल किया गया कि क्या लॉकडाउन फिर से लागू किया जाएगा? इस पर उन्होंने कहा कि यह लोगों के हाथों में है।अगर लोग मास्क लगाए और सोशल डिस्टेसिंग का पालन नही करेगे तो एक बार फिर से बढ़ते हुवे कोरोना की वजह से हमे लॉकडाउन लगाना पड़ेगा अब लोग तय करे कि क्या करना है।
कोरोना एक बार फिर मुंबई में पैर पसारने लगा है। पिछले कई दिन से 450 से अधिक मरीज रोज मिल रहे हैं। 14 फरवरी को 645 केस सामने आए। इसके बाद से बीएमसी प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। इसके लिए काफी हद तक 1 फरवरी से आम लोगों के लिए शुरू हुई लोकल ट्रेन को जिम्मेदार माना जा रहा है।
राज्य में कोरोना का संकट बढ़ रहा है जिसकी वजह से उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कठोर निर्णय लेने के संकेत दिये हैं। वहीं दूसरी तरफ कोरोना संकट बढ़ने से स्वास्थ्य प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं। मुंबई में सोमवार को 493 नये रोगी पाये गये और 3 लोगों की मौत हुई। कोरोना मरीज पाये जाने का प्रमाण 5 प्रतिशत तक बढ़ गया है। इसके बाद वापस से लॉकडाउन लगाये जाने का खतरा मंडरा रहा है।
सबसे ज्यादा कोरोना मरीज पाये गये चेंबुर इलाके के एम-पश्चिम वार्ड की ओर से सोसाइटी और फेरीवालों की कोरोना जांच की गई है।। यहां पर सबसे अधिक कोरोना मरीज ऊंची बिल्डिंगों में पाये गये हैं। इतना ही नहीं बीएमसी अधिकारियों ने कोरोना मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन लगाये जाने की संभावना व्यक्त की है। लोकसत्ता में हिंदुस्तान के हवाले से ये खबर छापी है।
एक सप्ताह पहले इस वार्ड में एक दिन में 15 से कम रोगी पाये जा रहे थे। अब ये संख्या 25 तक पहुंच गई है। दिन भर में रोगी बढ़ने की दर 0.28 प्रतिशत पर पहुंच गई है। बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए नागरिकों की तरफ से नियमों का खुला उल्लंघन होना एक बहुत बड़ा कारण है। इस स्थिति पर संज्ञान लेते हुए बीएमसी अधिकारियों ने सोसाइटियों को नोटिस भेजी है और उनसे कोरोना से संबंधित नियमों का सख्ता से पालन करने की हिदायत दी है।