गाजियाबाद : यूपी में मुरादनगर स्थित छोटी गंगा घाट के शनि मंदिर के बाहर महिला चेंजिंग रूम के ऊपर एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ मिलने के बाद हड़कंप मच गया हैं। इस कैमरे की लाइव फीड मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल पर भी थी। एफआईआर में आरोप है कि महंत चेंजिंग रूम में महिलाओं को कपड़े बदलते हुए देखता था। जांच में पुलिस को डीवीआर से महिलाओं के कपड़े बदलने की सैकड़ों क्लिप भी मिली हैं। पुलिस ने सीसीटीवी और उसकी डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। एक महिला की शिकायत पर आरोपी महंत के खिलाफ थाना मुरादनगर में केस दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी महंत फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
इस संबंध में डीसीपी विवेक चंद यादव का कहना है कि महिला की शिकायत पर 23 मई को मुरादनगर थाने में महंत मुकेश गोस्वामी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महंत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं। अब तक की पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि महंत के खिलाफ मेरठ में एक और गाजियाबाद में तीन मुकदमे दर्ज हैं। क़रीब एक दशक पहले महंत और उनकी पत्नी जेल में थे। बहरहाल महंत के खिलाफ भादवि की धारा 354, 354 ( ग), 504, और 506 के तहत मामला दर्ज किया है और महंत को पकड़ने के लिए उसके परिजनों को पुलिस थाने बैठाया हुआ है।
इस आपराधिक कृत्य की इनसाइड स्टोरी जानें
विदित हो कि गाजियाबाद के मुरादनगर में गंगनहर बहती है। लोग इसे छोटा हरिद्वार भी कहते हैं। नहर के किनारे शनि मंदिर भी बना हुआ है। स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिए एक चेंजिंग रूम शनि मंदिर घाट के ठीक बाहर स्थित है। मुरादनगर इलाके के एक गांव की महिला 21 मई को अपनी 14 साल की बेटी के साथ कपड़े बदल रही थी। महिला के मुताबिक, चेंजिंग रूम के ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था। आरोप है कि मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी इस कैमरे की फीड अपने मोबाइल में लेकर महिलाओं के कपड़े बदलने का नजारा देखते रहते थे। महिला का यह भी आरोप है कि जब मैंने इसका विरोध किया तो महंत ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की।
महिला की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच करने चेंजिंग रूम पर पहुंची। जांच में पता चला कि सीसीटीवी चेंजिंग रूम के ठीक ऊपर लगा था और उसका फोकस चेंजिंग रूम पर ही था। पुलिस जांच में डीवीआर से 5 दिन की रिकॉर्डिंग मिली है, उसमें आपत्तिजनक वीडियो मिला है। महंत के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें भी लाइव फीड मिली।
इस पूरी घटना के बाद सिंचाई विभाग ने भी महंत पर शिकंजा कस दिया है। मुरादनगर नहर के किनारे सिंचाई विभाग की जमीन है। इस जमीन पर महंत ने कब्जा करते हुए यहां 10-11 अस्थाई दुकानें बना ली थीं। सिंचाई विभाग ने महंत को यह जमीन खाली करने का नोटिस दिया, लेकिन महंत ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसलिए सिंचाई विभाग ने शुक्रवार शाम को इनमें से कई दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
इस मामले में मुरादनगर के कुछ स्थानीय पत्रकारों ने महंत मुकेश गोस्वामी से बात कर उनका पक्ष पूछा। इस पर महंत ने कहा कि मंदिर की ओर से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। शायद बंदर ने कैमरा घुमा दिया होगा, इसलिए फोकस बदल गया। उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं।