नवी मुंबई – इंद्रदेव पांडे
वाशी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में नित्यानंद मिश्रा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो खुद को पत्रकार बताकर एक स्पा मालिक से 40,000 रुपये की मांग कर रहा था। मिश्रा, जो एक साप्ताहिक समाचार पत्र चलाता है, को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
यह घटना तब सामने आई जब स्पा मालिक ने वाशी पुलिस से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई कि मिश्रा ने उनके व्यवसाय के बारे में अपमानजनक लेख प्रकाशित करने की धमकी दी थी, अगर उन्होंने 40,000 रुपये नहीं दिए। शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
गिरफ्तारी के दिन, मिश्रा निर्धारित स्थान पर रिश्वत लेने पहुंचा। उसे यह पता नहीं था कि सादी वर्दी में पुलिसकर्मी वहां पहले से मौजूद थे। जैसे ही मिश्रा ने 30,000 रुपये स्वीकार किए, पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया।
वाशी पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रेस से बात करते हुए कहा, “हम ऐसे मामलों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। पत्रकारिता के नाम पर वसूली करना प्रेस की विश्वसनीयता को कम करता है और व्यवसाय मालिकों को अनावश्यक तनाव में डालता है। हम अपने नागरिकों के अधिकारों और सुरक्षा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मिश्रा की गिरफ्तारी ने स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है, जिससे फर्जी पत्रकारों द्वारा किए जाने वाले धोखाधड़ी के मामलों पर प्रकाश पड़ा है। अधिकारियों ने अन्य संभावित पीड़ितों से आगे आकर ऐसे किसी भी घटना की रिपोर्ट करने का आग्रह किया है, और उन्हें आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की गलत गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने नित्यानंद मिश्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है कि मिश्रा किसी अन्य वसूली के मामलों में शामिल था या नहीं, या उसके साथ कोई अन्य साथी थे।
यह गिरफ्तारी सतर्कता के महत्व को रेखांकित करती है और व्यवसाय मालिकों को किसी भी प्रकार की उत्पीड़न या वसूली की घटनाओं की शीघ्रता से रिपोर्ट करने की आवश्यकता पर जोर देती है। इस मामले में पुलिस की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई दूसरों के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य करती है जो इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं।