मास्को : रूस के उत्तरी काकेशस गणराज्य दागेस्तान में पुलिस अधिकारियों, चर्चों और आराधनालयों पर हमलों में कई लोग मारे गए हैं।
बंदूकधारियों ने पेंटेकोस्ट के रूढ़िवादी त्योहार पर डर्बेंट और माखचकाला शहरों को निशाना बनाया
बताया जा रहा है कि एक साथ तीन स्थानों पर हुए आतंकवादी हमले में 15 से अधिक पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है. जबकि मरने वाले अन्य लोगों में एक पादरी और कुछ नागरिक भी शामिल हैं. वहीं छह हमलावर भी मारे गए हैं. वहीं 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, इनमे कई की हालत गम्भीर है.
इन हमलों की जिम्मेदारी का तत्काल कोई दावा नहीं किया गया है.
दागेस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा कि हथियारबंद लोगों के एक समूह ने कैस्पियन सागर पर स्थित डर्बेंट शहर में एक आराधनालय और एक चर्च पर गोलीबारी की. सरकारी मीडिया के अनुसार, चर्च और आराधनालय दोनों में आग लग गई. लगभग उसी समय, दागेस्तान की राजधानी माखचकाला में एक चर्च और एक यातायात पुलिस चौकी पर हमले की खबरें सामने आईं. इन हमलावरों ने ऑटोमैटिक हथियारों से हमला किया था.
रूस की जॉच एजेंसी के अनुसार हमलावर “एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के अनुयायी” थे और उन्होंने विदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया.
बता दें कि यह मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल उत्तरी काकेशस का इलाका है, जहां प्राचीन यहूदी समुदाय के लोग रहते हैं.
रूस के सबसे गरीब भागों में से एक दागेस्तान मुख्यतः मुस्लिम गणराज्य है.
इसमें पहला हमला कैस्पियन सागर के किनारे स्थित डर्बेंट शहर में हुआ. यहां पादरी निकोले का गला रेत दिया गया. वो 66 साल के थे और बहुत बीमार थे. निकोले 40 सालों से अधिक समय से यहां काम कर रहे थे. वहीं दूसरा हमला इससे करीब 75 मील दूर मखचकाला इलाके में हुआ. मखचकाला में चर्च पर हमले के दौरान 19 लोगों ने सुरक्षा के लिए खुद को अंदर बंद कर लिया था.
इस चर्च में एक सुरक्षा गार्ड को गोली मार दी गई.
दागेस्तान पुलीस के अनुसार, मारे गए अधिकारियों में से एक पुलिस विभाग के प्रमुख मावलुदीन खिदिरनबिएव थे.
जांच निदेशालय ने एक बयान में कहा कि घटना की सभी परिस्थितियों और आतंकवादी हमलों में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने माखचकाला के पास सेरगोकालिंस्की जिले के प्रमुख मागोमेद ओमारोव को हिरासत में लिया, क्योंकि ऐसी खबरें थीं कि रविवार के हमलों को अंजाम देने वालों में उनके दो बेटे भी शामिल थे।
रूसी अधिकारियों ने क्षेत्र में बुधवार तक तीन दिन का शोक घोषित किया है.
सूत्रों ने बताया कि दागिस्तान हाल के वर्षों में हिंसा कम हो गई थी. इस क्षेत्र में कभी भी उस तरह का संघर्ष नहीं हुआ जैसा कि पड़ोसी रूसी गणराज्य चेचन्या में हुआ, जहां रूसी सेना और अलगाववादियों ने एक ही समय दो क्रूर युद्ध लड़े थे.