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तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आज लोकसभा में आरोप लगाया कि हालिया चुनावों के दौरान और उससे कुछ समय पहले तक सत्ता पक्ष द्वारा उनका चीरहरण हो रहा था लेकिन जनता उनके लिए कृष्ण बन गई। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी के भाषण के बाद संबोधन देने खड़ी हुईं टीएमसी सांसद ने कहा, “मुझे इस सदन में बोलने नहीं दिया गया लेकिन मुझे बैठाने के चक्कर में सत्ताधारी भाजपा के 63 सांसदों को जनता ने घरों में स्थाई रूप से बैठा दिया और देश की जनता ने बीजेपी को 303 से 240 सीटों पर ला दिया।”
मोइत्रा ने आगे कहा, “द्रौपदी की तरह मेरा चीरहरण हो रहा था लेकिन जनता मेरे लिए कृष्ण बन गई।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के साथ अपने भाषण की शुरुआत करने वाली मोइत्रा ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री सर मैं आपसे विनती करती हूं कि आप यहां एक घंटे से हैं मेरी बात भी सुनते हुए जाइए… डरिए मत, आप मेरे क्षेत्र में दो बार आए आज तो सुनते जाइए सर।”
मोइत्रा से पहले अपने लंबे संबोधन में सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी केंद्नेर सरकार और भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले किए। राहुल ने अपने भाषण में कहा, “भाजपा सभी को डराती है। दलितों अल्पसंख्यकों को भी भाजपा डराती है।” उन्होंने कहा, “आप हिंसा और नफरत फैलाते हैं लेकिन कांग्रेस आपसे नहीं डरती, आप कांग्रेस से डरते हैं।” इससे पहले राहुल ने कहा कि भाजपा के लोग खुद के हिन्दू होने का दावा करते हैं, लेकिन हिन्दू हिंसक नहीं होता जबकि ये नफरत फैलाते हैं और हिंसा को बढ़ावा देते हैं।
हालांकि, भाजपा ने उनके बयान को हिन्दू धर्म पर हमले का मुद्दा बनाकर इसे संसद में उठाया । प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर हस्तक्षेप किया और कहा कि विपक्ष के नेता ने पूरे हिन्दू समाज पर हिंसक होने का आरोप लगाया है, जो गलत है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि पूरे हिन्दू समाज को हिंसक नहीं कहा जा सकता है। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।
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