रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
मुख्यमंत्री के तौर पर फिर से शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री होंगे।
इससे पहले दिन में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक में सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया।
इसके साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का तीसरी बार सूबे का मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया है।
राजभवन से बाहर आने के बाद चंपई सोरेन ने कहा, “मैंने झामुमो नीत गठबंधन के निर्णय के अनुसार इस्तीफा दे दिया है। हमारा गठबंधन मजबूत है।”
उन्होंने कहा, “सभी जानते हैं कि हेमंत सोरेन जी के साथ क्या हुआ था। मुझे गठबंधन सहयोगियों द्वारा जिम्मेदारी दी गई थी। अब गठबंधन ने हेमंत सोरेन जी के पक्ष में फैसला किया है।”
उधर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जिससे हेमंत सोरेन के गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया है। इस घटनाक्रम की पुष्टि झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने की।
विदित हो कि हेमंत सोरेन को लगभग पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा किया गया था, जब उच्च न्यायालय ने उन्हें कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में जमानत दे दी थी।
बता दें कि 31 जनवरी को अपनी गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।