मुंबई में फर्जी कॉल द्वारा लोगों को रोजगार , अधिक मुनाफा, बिजनेश कांसेप्ट में निवेश कर मुनाफा देने की लालच दिखाकर ठगी का रैकेट तेजी से बढ़ा है। जिसपर पूरा पोलीस महकमा सावधान और सतर्क हो कर हर फ्रॉड हरकतों पर नजर रखे हुए है। इसी बीच मुंबई पश्चिम क्षेत्र सायबर पोलीस ठाणे को शिकायत मिली की एक व्यक्ति से ₹ ४३,६२,७३१ की ठगी हुई है। जिसमे एडकॉसमोस सोशल मीडिया मार्केटिंग कंपनी की एचआर द्वारा लोगों को व्हाट्स एप तथा इंस्टाग्राम पर कम्युनिकेट कर पार्ट टाइम रोजगार, बिजनेस कर अतिरिक्त मुनाफा कमाने की लालच देकर निवेश कराते। वे लोगों से ऑनलाइन पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं। शिकायत कर्ता से भी किश्तों में निवेश करवाते हुए पूरे ४३,६२,७३१ की राशी ट्रांसफर करवा ली। लेकिन लाभ के नाम पर कुछ नही मिला इसीलिए सायबर थाने, बीकेसी में शिकायत दर्ज की गई।
इस मामले की छानबीन करते पोलीस निरीक्षक सविता शिंदे, सपोनि पूनम जाधव को इस रैकेट के तार उड़ीसा राज्य से दिखे। अपनी सूझ बूझ से सबसे पहले शिकायतकर्ता ने मार्केटिंग कंपनी को ट्रांसफर किए पैसों में से ६,९९,३९७ की रकम को फ्रिज करवाया फिर आगे की जांच हेतु सपोनि पूनम जाधव, नितिन गच्चे, सिपाही केशव तकीक, संग्राम जाधव, अभिजीत देसाई की टीम भद्रक, उड़ीसा पहुंची और ट्रैप लगाकर ५ अपराधियों को धर दबोचा जिनके नाम १) प्रमोद कुमार रविन्द्र बेहेरा ( उम्र २६ वर्ष), २) राजेश कुमार हरिराम चौधरी (२५ वर्ष), ३) सुवेंदु निरंकार दास (३० वर्ष), ४) जयदीप अमरकुमार परिडा (२४ वर्ष), ५) मनोजकुमार उदीचरम राउत (२९ वर्ष) को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों के पास से ११ मोबाइल, ४७ बैंक पासबुक, २३ चेकबुक, १०४ एटीएम कार्ड, १० मोबाइल सिम कार्ड सहित एक बैंक मैनेजर स्टैंप भी जप्त किया गया।
पकड़े गए अभियुक्तों पर अपराध रजिस्टर पंजीकरण क्र.०७/२०२४, दफा ४१९, ४२०, ४६५, ४६८, ४७१, १२०ब एवं भादसी ६६क, ६६ड अंतर्गत सूचना तंत्रिकी अधिनियम २००८ के तहत शिकायत दर्ज की गई।
इस सफल ऑपरेशन में मुंबई कमिश्नर श्री विवेक फलसनकर, विशेष पोलीस आयुक्त देवेन भारती, सह आयुक्त (क्राइम) लखमी गौतम, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) शशिकुमार मीना, पोलीस उपयुक्त (सायबर) दत्ता नालावडे के मार्गदर्शन तथा सहायक आयुक्त अबुराव सोनावने, वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक (पश्चिमी विभाग,सायबर पोलीस ठाणे) दत्ताराम चौहान के नियंत्रण में पोलीस निरीक्षक सविता शिंदे, सपोनि पूनम जाधव, नितिन गच्चे , हवलदार प्रशांत भुवड़, सिपाही केशव तकीक, संग्राम जाधव, अभिजीत देसाई ने प्रमुख योगदान दिया।