बीड के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से राज्य में राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमा गया है. इस मामले में वाल्मिक कराड को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ जबरन वसूली का मामला भी दर्ज किया गया है. अंजलि दमानिया, जीतेंद्र अवाद और सुरेश धस के इस मामले को उठाने के बाद अब सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस मामले में अलग मुद्दा उठाया है. वह इस मुद्दे पर सीधे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी चर्चा करेंगी. आज सुप्रिया सुले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में आवाज उठाई.
वाल्मीक कराड के खिलाफ पहले से ही रंगदारी के तहत मामला दर्ज था. जबरन वसूली के खिलाफ पीएमएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. तब सुप्रिया सुले ने राज्य और केंद्र सरकार से पूछा कि वाल्मिक कराड मामले में ईडी और पीएमएलए क्यों नहीं लागू किया गया. कंपनी ने रंगदारी को लेकर मई माह में नोटिस भेजा था. तो जब वाल्मीक कराड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया तब भी ईडी ने कार्रवाई क्यों नहीं की? सुप्रिया सुले ने पूछा ये सवाल. इस मौके पर सुप्रिया सुले ने वाल्मीक कराड के खिलाफ सभी एफआईआर की कॉपी मीडिया को दिखाई.
क्या राज्य सरकार ने इस अपराध की जानकारी केंद्र सरकार को नहीं भेजी? इसलिए मैं और बप्पन (खासदार बजरंग सोनावणे) वित्त मंत्रालय को पत्र लिखने जा रहे हैं। अगर महाराष्ट्र में निवेश आएगा और ऐसी जबरन वसूली होगी तो महाराष्ट्र में निवेश कैसे आएगा? क्या निवेशकों को भी न्याय नहीं मिलेगा? इस मामले में ईडी और पीएमएलए ने कार्रवाई नहीं की. संतोष देशमुख की हत्या एक मामला है, वित्तीय धोखाधड़ी दूसरा। तो ईडी इसमें शामिल क्यों नहीं हुआ? वाल्मीक कराड को लगातार विशेष उपचार क्यों दिया जाता है? यदि मई में दर्ज मामले में कार्रवाई की गयी होती तो संतोष देशमुख की हत्या नहीं होती. सुप्रिया सुले ने कहा, महाराष्ट्र सरकार को इसका जवाब देना होगा।
सुप्रिया सुले इन तीन सवालों का जवाब चाहती हैं
“वाल्मीक कराड अभी भी लड़की बहिन योजना की परली तालुका में समिति के अध्यक्ष हैं। यह योजना लोकसभा चुनाव के बाद आई। लोकसभा से पहले वाल्मीक कराड पर रंगदारी का आरोप लगा था. क्या आप उस प्रिय बहन योजना की अध्यक्षता करते हैं जिस पर जबरन वसूली का अपराध किया गया है? तो मेरे पास केवल तीन प्रश्न हैं, ईडी और पीएमएलए क्यों लागू नहीं किया गया, नृशंस हत्या के 30 दिन हो गए हैं, हत्यारों में से एक अभी भी फरार है, उसे कब गिरफ्तार किया जाएगा? जबरन वसूली के अपराध वाले व्यक्ति को परली तालुक में लड़की बहिन योजना की समिति का अध्यक्ष क्यों बनाया गया?” ऐसे गुस्से भरे सवाल सुप्रिया सुले ने उठाए.