वाकोडे और सूर्यवंशी परिवार को 1.62 लाख की मदद
सुनिल इंगोले
अमरावती। परभणी में संविधान की प्रतिकृति की विटंबना के बाद आंबेडकरी अनुयायों ने इसका कड़ा विरोध करते हुए आंदोलन किया था। इस आंदोलन के बाद पुलिस ने सोमनाथ सूर्यवंशी को हिरासत में लिया, जहां उनकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। वहीं, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पैंथर विजय वाकोडे पर पुलिस के लगातार दबाव के चलते दिल का दौरा पड़ने से उनका भी निधन हो गया। सोमनाथ सूर्यवंशी और विजय वाकोडे की मौत से उनके परिवारों पर संकटों का पहाड़ टूट पड़ा। राज्य सरकार ने सूर्यवंशी परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की थी, लेकिन सोमनाथ की मां विजयाबाई सूर्यवंशी ने यह कहते हुए मदद ठुकरा दी कि उन्हें पैसे नहीं, बल्कि न्याय चाहिए। ऐसे कठिन समय में आंबेडकरी समाज इन परिवारों के साथ खड़ा हुआ। बडनेरा के भीम सैनिकों ने सामाजिक एकजुटता की मिसाल पेश करते हुए सूर्यवंशी और वाकोडे परिवार को मदद देने के लिए आर्थिक सहयोग अभियान चलाया। आंबेडकरी समाज, विश्वरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति और भारतीय बौद्ध महासभा शाखा आठवडी बाजार के पदाधिकारियों ने यह जिम्मेदारी उठाई। जनता ने इस पहल को भरपूर समर्थन दिया, जिसके परिणामस्वरूप 1 लाख 62 हजार रुपये की धनराशि एकत्र हुई। यह राशि परभणी में सूर्यवंशी और वाकोडे परिवार को सौंपी गई। विजय वाकोडे के बेटे को 62 हजार रुपये और सोमनाथ सूर्यवंशी की मां को 1 लाख रुपये दिए गए। इस पूरी घटना के बाद से स्मारक समिति और बौद्ध महासभा के इस प्रयास की हर ओर प्रशंसा हो रही है।
गौरतलब है कि परभणी में संविधान के अपमान के विरोध में विजय वाकोडे के नेतृत्व में संविधान बचाव आंदोलन हुआ था। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों की घुसपैठ के कारण यह आंदोलन हिंसक हो गया। इसी दौरान सोमनाथ सूर्यवंशी, जो कानून की पढ़ाई कर रहे थे, को गिरफ्तार किया गया और उनकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई। विजय वाकोडे, जो आंदोलन के मुखिया थे, लगातार पुलिस के दबाव का सामना कर रहे थे। सोमनाथ की मौत ने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया और इस दुखद घटना के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया। बडनेरा के भीम सैनिकों ने इस दुखद परिस्थिति में इन परिवारों को सहारा देकर सामाजिक एकजुटता की मिसाल कायम की है। समाज के इस समर्थन ने यह संदेश दिया है कि संविधान की रक्षा और न्याय के लिए आंबेडकरी समाज हर चुनौती के लिए तैयार है।
न्यायिक हिरासत में मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार द्वारा दी गई 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद ठुकरा दी। तहसील कार्यालय की टीम जब यह चेक लेकर उनके घर पहुंची, तो परिवार ने इसे लेने से इनकार कर दिया। सोमनाथ की मां ने कहा, “जब तक मेरे बेटे को न्याय नहीं मिलता, मैं यह मदद स्वीकार नहीं करूंगी।
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” वहीं, सोमनाथ के भाई ने भी साफ कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होने तक वे कोई सहायता नहीं लेंगे। परिवार ने सरकार की भूमिका पर गहरी नाराजगी जताई है।