रविवार को काम नहीं करा पाने का दुख’, L&T चेयरमैन के इस बयान पर भड़कीं प्रियंका चतुर्वेदी, बोलीं- भारत के नए युग में गुलाम…….
लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के चेयरमैन एस एन सुब्रमण्यन का एक वीडियो सोशल मीडियो पर वायरल हो रहा है। इसमें वे कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। उनके इस बयान पर अब बवाल मचा हुआ है। शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एस एन सुब्रमण्यन के बयान पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस बयान में भारत के नए युग के गुलाम बनाने की चाहत की बू आती है।
शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘महिला विरोधी होने के अलावा, यह बयान भारत के नए युग के गुलाम बनाने वालों की तरह है।’ पीटीआई ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में सुब्रमण्यन के हवाले से कहा, ‘मुझे खेद है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं। अगर मैं आपसे रविवार को काम करवा सकूं तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं संडे को भी काम करता हूं।’
ऑफिस पहुंचो और काम करना शुरू कर दो
लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के चेयरमैन एस एन सुब्रमण्यन इतने पर ही नहीं रूके, उन्होने कहा कि आप घर पर बैठकर क्या करते हो? आप कितनी देर तक घर पर पत्नी को घूर सकते हैं? पत्नियां अपने पतियों को कितनी देर तक घूर सकती हैं? ऑफिस पहुंचो और काम करना शुरू कर दो।
कंपनी को देनी पड़ी सफाई
इस बयान पर बवाल मचने के बाद में कंपनी ने सफाई भी दी है। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘हमारा मानना है कि यह भारत का दशक है, प्रगति को आगे बढ़ाने व विकसित राष्ट्र बनने के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक समर्पण और प्रयास की मांग करने वाला समय है।’ प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘अध्यक्ष की टिप्पणी इस बड़ी महत्वाकांक्षा को दिखाती है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की जरूरत होती है। एलएंडटी में हम एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां जुनून, उद्देश्य और प्रदर्शन हमें आगे बढ़ाते हैं।’
नारायण मूर्ति ने भी दिया था बयान
लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के चेयरमैन एस एन सुब्रमण्यन का यह बयान नारायण मूर्ति के कुछ समय पहले दिए गए सुझाव के बाद में आया है। नारायण मूर्ति ने कुछ वक्त पहले कहा था कि भारत को ग्लोबल लेवल पर मुकाबला करने में मदद करने के लिए युवा पेशेवरों को हफ्ते में करीब 70 घंटे काम करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मोदी भी हफ्ते में 100 घंटे काम करते हैं।