गणतंत्र दिवस पर मुंबईकरों को मिला तोहफा।
अब मरीन ड्राइव से बांद्रा तक का सफर 15 मिनट में, कोस्टल रोड ब्रिज का उद्घाटन सी एम् देवेंद्र फडणवीस के हाथों से रिबीन काट कर किया गया।
संवाददाता शोएब म्यानुंर मुंबई
मुंबई में रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कोस्टल रोड के दूसरे चरण का उद्घाटन किया. मरीन ड्राइव से बांद्रा तक का सफर जो पहले करीब डेढ़ घंटे में होता था, यह सफर अब सिर्फ 15 मिनट में पूरा होगा. बांद्रा से मरीन ड्राइव और मरीन ड्राइव से बांद्रा तक कोस्टल रोड के दोनों रास्ते आज खोल दिए गए. मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे. जब उन्होंने इस ब्रिज का लोकार्पण किया तो उनके साथ विंटेज कार साथ में चली. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खुद एक विंटेज कार को ड्राइव कर रहे थे और उनके बगल में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बैठे थे.
विंटेज कार में सफर की तस्वीरें बेहद शानदार थीं. कोस्टल रोड को बनाने में करीब 7 साल का समय लगा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुताबिक कोस्टल रोड यानी समुद्री किनारे बने ब्रिज का उद्घाटन दो चरणों में हुआ. परियोजना का काम 94 फीसदी पूरा हो चुका है. इस पुल का निर्माण 14 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.
कोस्टल ब्रिज से मिली नई पहचान
इसे 27 जनवरी की सुबह से मुंबईकरों के लिए खोल दिया जाएगा. सड़क ने मुंबई को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी है. पुल से प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी. सड़क के एक हिस्से का सौंदर्यीकरण किया गया है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुंबई का यह कोस्टल ब्रिज महानगर को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दे रहा है और यूट्यूब पर लोग इस ब्रिज के बारे में जानना भी चाहते हैं.
मुंबई वासियों के लिए बड़ी सौगात
फिलहाल इस ब्रिज को लेकर के राजनीति भी होती रही है. महाविकास अघाडी सरकार ब्रिज को बनाने में खुद का श्रेय ले रही है. महायुति की सरकार का कहना है कि उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में कोस्टल ब्रिज का काम बहुत धीमी गति से हुआ. काम में तेजी महायुति की सरकार बनने के बाद आई. जिसका परिणाम सामने है. महाराष्ट्र सरकार की तरफ से 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर मुंबई वासियों के लिए सबसे बड़ा तोहफा माना जा रहा है.