उल्हासनगर, ठाणे में सजता है बच्चों का बाजार!.. लाखों रुपए में होती है सौदेबाजी…….
मुंब्रा, उल्हासनगर और ठाणे में नवजात बच्चे बेचे जाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। इस गोरखधंधे में दलाल लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। दलालों का जाल मुंब्रा, उल्हासनगर, ठाणे, कल्याण में फैला है। नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला तब सामने आया, जब दलालों का एक गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, उल्हासनगर के सुभाष नगर निवासी दंपति को २४ जनवरी के दिन बेटी पैदा हुई थी। दंपति को पहले से दो बेटियां थी, ऐसे में उन्होंने नवजात बच्ची को बेचने का फैसला किया। इस काम के लिए उन्होंने दलालों से संपर्क किया। दलालों ने बच्ची की कीमत ९० हजार में तय की और अन्य दंपति को बेच दिया, लेकिन किसी और वजह के चलते बच्ची बेचने वाले दंपति ने अपनी बच्ची वापस लेना चाहा।
इसके बाद दलालों ने यह कहकर बच्ची वापस दिलवाने से मना किया कि बच्ची का सौदा हो चुका है और उसके बदले उन्हें ९० हजार नकद रुपए दे दिए गए हैं। बात ज्यादा बढ़ जाने के बाद अपनी बच्ची बेचने वाली महिला ने उल्हासनगर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलते ही पुलिस फौरन हरकत में आई और दलाल गिरोह की ४ महिलाएं और दो पुुरुषों को गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शंकर आवताडे ने बताया कि दलाल आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ कर यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने बच्चों की खरीद-फरोख्त की है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर२०२४ में ठाणे के राबडी इलाके में भी बच्चा चुराकर उसे बेचने का मामला सामने आया था।
इसके अलावा मुंबई के माटुंगा पुलिस ने भी एक ऐसे गिरोह को पकडा था, जो मुंबई, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में बच्चे बेचने का काम करता था। जांच में पता चला था कि दलाल गिरोह ने एक दर्जन से ज्यादा बच्चों की खरीद-फरोख्त की थी। यह गिरोह ४ से ५ लाख रुपए में बच्चों को बेचता था।