मैंने मेहनत करके जिंदगी जी, अब…’, नवी मुंबई में नामी बिल्डर ने खुद को गोली से उड़ाया………..
मुंबई की नारकोटिक्स पुलिस ने फरवरी में जेएनपीटी बंदरगाह पर 200 करोड़ के नशीले पदार्थ पर करवाई की थी. जिसमें नवी मुंबई के एक बड़े बिजनेसमैन के बेटे को हिरासत में लिया गया था. मामले में जांच के लिए पुलिस बिजनेसमैन को पूछताछ के लिए बुला रही थी. जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली……..
मुंबई की नारकोटिक्स पुलिस ने फरवरी में जेएनपीटी बंदरगाह पर 200 करोड़ के नशीले पदार्थ पर करवाई की थी. जिसमें नवी मुंबई के एक युवा को हिरासत में लिया गया था. ये लड़का नवी मुंबई के जाने माने बिजनेस और बिल्डर गुरुनाथ चिंचकर का बेटा था. मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस गुरुनाथ को बार-बार बुलाती थी.
इन सबसे तंग आकर एनआरआय पुलिस थाने के पीछे अपने बंगले में गुरुनाथ चिंचकर ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक गुरुनाथ ने जिस पिस्तौल से गोली चलाई, उसका लाइसेंस खत्म हो चुका था. गुरुनाथ का लड़का नशीले पदार्थ के व्यवसाय से जुड़ा था. उसने सुधरने का मौका भी मांगा था. हालांकि उसके बाद एक बड़ी कार्रवाई में मुंबई नारकोटिक्स डिपार्टमेंट ने उसके लड़के को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस गुरुनाथ को पूछताछ के लिए थाने बुला रही थी. लेकिन गुरुनाथ थाने नहीं आया और अपने बंगले में खुद को गोली मार ली. जिससे उसकी मौत हो गई. गुरुनाथ के महाराष्ट्र के कई बड़े मंत्रियों के साथ भी संबंध थे. भवन निर्माण के क्षेत्र में भी गुरुनाथ का बड़ा नाम था. उसकी पत्नी किरण डॉक्टर हैं. लेकिन बेटा नशीले पदार्थ के कारोबार से जुड़ा था.
पहली बार कार्रवाई होने पर बेटे ने सुधरने का मौका मांगा था. जिसके बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था. लेकिन इसके बाद भी फिर बेटा नवीन इस कारोबार से जुड़ गया. पहली बार बेटे के बचाने की कोशिश करने पर दूसरा मामला काफी बड़ा होने के कारण गुरुनाथ परेशान था. इस बारे में उसने मुंबई पुलिस को चिट्ठी लिखकर अपनी समस्या भी बताई थी. लेकिन पुलिस द्वारा बार-बार जांच के लिए बुलाए जाने पर उसने तंग आकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली.