ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली, 7 मई: आतंकवाद विरोधी एक बड़े अभियान में भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादी मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र ‘मरकज़ सुब्हान अल्लाह’ को नष्ट कर दिया।
कभी आतंकवादी गतिविधियों का प्रमुख अड्डा रहा यह स्थल अब मलबे में तब्दील हो चुका है, जो सीमापार से जारी खतरों के प्रति कड़ी प्रतिक्रिया का संकेत है।
वीडियो में आतंकवादी अड्डे को हुए नुकसान की गंभीरता दिखाई गई है। सुबह के दृश्यों में इमारत मलबे में तब्दील होती दिखाई दे रही है, छत में बड़े-बड़े छेद हैं और चारों तरफ कंक्रीट बिखरा हुआ है।
यद्यपि उपलब्ध वीडियो में शव नहीं देखे जा सके, लेकिन गिरे हुए स्लैब देखे जा सकते हैं।
वीडियो में कुछ लोग गिरी हुई इमारत के आसपास भागते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो भारतीय वायुसेना द्वारा हवाई हमलों के बाद दिन के उजाले में शूट किया गया था और इसमें वायुसेना की सटीक शक्ति को दर्शाया गया है।
बहावलपुर पाकिस्तान के काफी अंदर स्थित है और यह 12वां सबसे बड़ा शहर है तथा जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र है।
पिछले दो दशकों में जैश-ए-मोहम्मद भारतीय धरती पर हुए कई हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है।
भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 161 किमी दूर बहावलपुर में समूह का परिचालन मुख्यालय जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह में स्थित है, जिसे उस्मान-ओ-अली परिसर के रूप में भी जाना जाता है।
भारत ने यहां आतंकवादियों के ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया और पाकिस्तानी वायु रक्षा की पूरी विफलता को उजागर कर दिया।
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ प्रमुख आतंकवादी बुनियादी ढांचे स्थलों को निशाना बनाकर सटीक हमले किए।
इसका कोड नाम ऑपरेशन सिंदूर था, जिसे भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा विशेष परिशुद्धता वाले हथियारों का उपयोग करते हुए संयुक्त रूप से अंजाम दिया गया था।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सैन्य अभियान में, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तानी क्षेत्र में काफी अंदर तक नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया।
सर्जिकल सटीकता के साथ अंजाम दिए गए इस ऑपरेशन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने रात भर कड़ी निगरानी रखी।
भारतीय सेना ने भी पुष्टि की कि हमलों की योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई और उन्हें क्रियान्वित किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पाकिस्तान में कोई भी नागरिक या सैन्य बुनियादी ढांचा प्रभावित न हो।
इस अभियान में 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी समूहों से जुड़े बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसमें जम्मू और कश्मीर में 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे।
सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री शीर्ष सैन्य कमांडरों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ लगातार संपर्क में रहे।
आधिकारिक बयान के अनुसार, इन नौ लक्ष्यों में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर से संचालित आतंकवादी समूहों से जुड़े शिविर और सैन्य अड्डे शामिल थे।