साकीनाका में अवैध पार्किंग ने बढ़ाई जाम की समस्या…९० फीट रोड पर पैदल चलना भी हुआ मुश्किल…आम जनता त्रस्त, ट्रैफिक पुलिस मस्त………..
मुंबई..वर्तमान में आम मुंबईकर ट्रैफिक जाम से परेशान है, ऊपर से सड़कों पर अवैध तरीके से खड़े वाहनों की वजह से यातायात जाम के कारण वाहनों की कतारें और लंबी होती जा रही हैं। मनमाने तरीके से व्यस्त रोड पर गैरकानूनी तरीके से गाड़ियों की पार्किंग समस्या और बढ़ा रही है। अवैध पार्किंग की वजह से साकीनाका का ९० फीट रोड मात्र २० फीट का रह गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? ट्रैफिक पुलिस द्वारा इसकी अनदेखी क्यों की जाती है?
उल्लेखनीय है कि अंधेरी, कांदिवली समतानगर, बोरीवली हाईवे पर भी बसों की अवैध पार्विंâग देखी जा सकती है। अगर इसी जगह कोई आम आदमी अपना वाहन पार्क करे तो तुरंत ट्रैफिक पुलिस फाइन लगातीr है तो ये प्राइवेट बस पर फाइन क्यों नहीं लगाती? एक तरफ आम जनता के निजी वाहनों के लिए अंधेरी कोर्ट परिसर के आस-पास एवं साकीनाका में पुलिस निजी नियम बना रही है, वहीं दूसरी तरफ निजी बस और टेंपों की गैरकानूनी पार्विंâग से मुंबई हाई कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। साकीनाका ९० फीट रोड पर छोटे और बड़े टेंपो को अवैध तरीके से खड़ा किया जाता है, जबकि हाल ही में साकीनाका ९० फीट रोड में अभियान चलाकर मुंबई ट्रैफिक पुलिस द्वारा गैरकानूनी तरीके से पार्क किए गए वाहनों को पार्क नहीं करने का दिशानिर्देश जारी किया गया था, परंतु एक हफ्ते के बाद स्थिति जस की तस हो गई है। क्या इसके पीछे पुलिस अधिकारियों के मिलीभगत की आशंका है, जिससे आम जनता रोजाना ट्रैफिक समस्या से त्रस्त हो रही है।
एक स्थानीय महिला ने बताया कि पार्किंग की वजह से हमें बहुत दिक्कत होती है। यहां के विधायक को इस समस्या पर ध्यान देकर इसका समाधान निकालना चाहिए। एक तो रोड छोटी है, ऊपर से दोनों तरफ ट्रक, टेंपो पार्क किए जाते हैं। इमरजेंसी के समय एंबुलेंस को आने-जाने में दिक्कत होगी। हम लोग कहां जाकर रोएं, किसको बोलें कोई यहां सुननेवाला नहीं है। ऊपर से यहां पर गंदगी का आलम अलग है। इस संबंध में डीसीपी सचिन बाबासाहेब गुंजल ने कहा कि अवैध रूप से पार्क किए जानेवाले ट्रक, टेंपो पर हम कार्रवाई करेंगे