सुप्रिया सुले ने महायुति सरकार को घेरा…७६ सालों में हम इतने बदनाम कभी नहीं हुए…………

मुंबई…पिछले पांच से ६ महीना के बीच महायुति सरकार के तमाम काले कारनामे सामने आए हैं। सरकार के तमाम मंत्रियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने और शराब के व्यवसाय, यहां तक कि डांस बार से जुड़े मामले उजागर होने के बाद महाराष्ट्र राज्य की जमकर बदनामी हो रही है। पिछले ७६ सालों में महाराष्ट्र की इतनी बदनामी नहीं हुई है, जितनी बदनामी पिछले डेढ़ सौ दिनों में हुई है। ऐसा गंभीर आरोप लगाते हुए एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि राज्य में मंत्रियों की मनमानी, गलत धंधे में लिप्त मंत्रियों और अधिकरियों के हनी ट्रैप के मामले ने राज्य को बदनाम किया है। पिछले ७६ वर्षों में जितनी महाराष्ट्र की बदनामी नहीं हुई, उतनी बदनामी डेढ़ सौ दिनों की इस महायुति सरकार में हुई है। राज्य आर्थिक संकट में है, अपराध बढ़ रहे हैं, मंत्री विवादित बयान दे रहे हैं। इन सबके चलते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपने मित्र पक्षों से नाराज हैं और उन्होंने यह नाराजगी दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह को बताई है, ऐसा बड़ा खुलासा भी उन्होंने किया।
दोगली नीति वाली है महायुति सरकार
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि एक तरफ लाडली बहन योजना चलाई जा रही है और दूसरी ओर एक महिला राज्यमंत्री का विरोध किया जा रहा है, यह दोगली नीति सही नहीं है। अगर राज्यमंत्री माधुरी मिसाल ने मुख्यमंत्री की सहमति से कोई निर्णय लिया है और वे खुद को साबित करने की कोशिश कर रही हैं, तो बाकी किसी को विरोध करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
कोकाटे को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए
सुले ने कहा कि कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्ताफे की मांग किसी और को करने की बजाय उन्हें खुद नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। उधर, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद पर शशिकांत शिंदे की नियुक्ति के बाद शहर कार्यकारिणी में बदलाव की चर्चा है। इस संदर्भ में शनिवार को सुप्रिया सुले की उपस्थिति में पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई, जिसमें आगामी महानगरपालिका चुनाव के लिए वार्ड और प्रभाग की योजना पर चर्चा हुई।
