मीरा रोड: महिला अत्याचार प्रतिबंधक एवं विशेष बालक संरक्षण व काळजी कक्ष की टीम ने एक सफल छापेमारी में बांग्लादेशी महिला दलाल के कब्जे से दो पीड़ित नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया। यह कार्रवाई 02 दिसंबर को वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शीतल मुंढे के नेतृत्व में की गई।
सूत्रों से मिली गोपनीय जानकारी के अनुसार, सुलताना मुमताज़ सैय्यद (39) नाम की बांग्लादेशी महिला दलाल अपने घर से ही वेश्याव्यवसाय चलाती थी। पुलिस के अनुसार, वह मोबाइल फोन के ज़रिये पुरुष ग्राहकों से संपर्क कर व्हाट्सऐप पर लड़कियों की तस्वीरें भेजकर पैसों के बदले यौन सेवाएं उपलब्ध कराती थी।
जानकारी की पुष्टि के बाद, कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए पुलिस ने बोगस ग्राहक और पंचों की मौजूदगी में गौरव वुड्स, फेस-1, हटकेश, मीरा रोड (पूर्व) स्थित एक कमरे में छापा मारा। वहां दलाल सुलताना मुमताज़ सैय्यद दो लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करती हुई पाई गई। उसने 12,000 रुपये की राशि भी स्वीकार की थी, जिसे पुलिस ने बरामद किया।
पुलिस ने सुलताना को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि दोनों पीड़ित लड़कियों कोm बचाकर रेस्क्यू फाउंडेशन, कांदिवली (पश्चिम), मुंबई में संरक्षण के लिए भेज दिया गया है।
इस प्रकरण में मुख्य आरोपी सुलताना मुमताज़ सैय्यद और फरार सह-आरोपी भाग्यश्री लोहार उर्फ गुड्डी, निवासी चेंबूर, मुंबई के खिलाफ पुलिस हवलदार घनश्याम खैरनार ने सरकारी शिकायत दर्ज कराई।
मीरा रोड पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 143(3), 3(5) तथा अनैतिक व्यापार (प्रतिबंध) अधिनियम 1956 की धारा 3, 4, 5 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस आगे की जांच में यह पता लगा रही है कि आरोपी गैंग का नेटवर्क कितना बड़ा है और इसमें अन्य कौन-कौन शामिल हैं।
