मुन्ना मुजावर –
पुणे में महायुति में अब शुरू हूवी नाराजगी ! रात्रिभोज के लिए घर नहीं आए मुख्यमंत्री, तो नाना भानगिरे करेगे शिवसेना को राम-राम…
चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि शिवसेना में आंतरिक गुटबाजी और मुख्यमंत्री के रात्रिभोज के लिए घर नहीं आने के कारण नाना भांनगिरे शिवसेना को छोड़ ने का फ़ैसला किया है । हडपसर: एक तरफ महायुति लोकसभा के लिए जोर-शोर से प्रचार कर रही है. लेकिन इस बीच आम चुनाव से पहले पुणे में एकनाथ शिंदे की पार्टी और वैकल्पिक रूप से महागंठबंधन को बड़ा झटका लगेगा. यानी पुणे के हडपसर विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना के नेता नाना भांनगिरे ने शिवसेना में आंतरिक गुटबाजी और मान अपमान से तंग आकर शिव सेना को राम राम कर रहे है इस बात को लेकर चर्चा शुरू है कि मुख्यमंत्री उनके घर रात्रि भोज के लिए नहीं आए इस बात को भी लेकर भांनगिरे . शिवसेना को रामराम. कर रहे है
आख़िर मामला क्या है?
नाना भंनगिरे पुणे के हडपसर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना के नेता हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बुधवार को बारामती लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी सुनेत्रा पवार की प्रचार सभा के लिए नसरापुर आए थे। इसलिए नाना भानगिरे और उनके कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारीजोरों शोर से की थी. भांनगिरे ने मुख्यमंत्री को अपने घर पर रात्रि भोज के लिए भी आमंत्रित किया. लेकिन इस निमंत्रण को मुख्यमंत्री ने टाल दिया.
यहां तक कि जब वे पुणे के दौरे पर थे तब भी मुख्यमंत्री नाना भांनगिरे के घर रात्रि भोज के लिए नहीं गये. और वह सीधा जिला अध्यक्ष रमेश कोंडे के घर गए. उससे अब चर्चा शुरू हो गई है कि नाना भानगिरे सीधे तौर पर शिवसेना पर हमला बोलने वाले हैं. लेकिन इस नाराजगी की सिर्फ एक ही वजह नहीं है. पिछले कुछ दिनों से भांनगिरे को पार्टी में बार-बार दरकिनार किए जाने और साथ ही युवा सेना और युवा सेना दोनों के बीच आंतरिक गुटबाजी से निराश थे। इसीलिए नाना भांनगीरे समेत समर्थक पार्टी छोड़ने की राह पर हैं. लिहाजा, शिवसेना में अंदरूनी गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई है.