





आइये हम एक हृदय और एक संकल्प के साथ चलें: आइये हम एक स्वच्छ और सुंदर प्रभाग 41 का निर्माण करें — अब की बार, फारूक़ नाना इनामदार!
🏛️ हड़पसर के प्रभाग क्रमांक 41 के असली मसीहा — फ़ारूक़ नाना इनामदार
फ़ारूक़ इनामदार, जिन्हें सब प्यार से “नाना” कहते हैं — वे सिर्फ़ नेता नहीं, बल्कि एक ऐसी सोच हैं जो इंसानियत, मेहनत और सेवा को राजनीति से ऊपर रखती है। आज के दौर में जहाँ राजनीति अक्सर विरासत में मिलती है, वहीं फ़ारूक़ नाना इनामदार ने बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के, अपने कर्म, लगन और जनसेवा से हड़पसर के प्रभाग क्रमांक 41 में नई पहचान बनाई है।
💪 राजनीति में विरासत नहीं, मेहनत की ताकत
जहाँ ज़्यादातर नेताओं के पीछे परिवार का राजनीतिक नाम होता है, वहीं फ़ारूक़ नाना ने सब कुछ अपनी मेहनत और जनता के भरोसे पर हासिल किया है। उन्होंने राजनीति में कदम अपने दम पर रखा और आज वे ईमानदारी, सेवा और विकास का चेहरा बन चुके हैं।
👥 जनता के बीच, हर वक्त मौजूद
फ़ारूक़ नाना उन नेताओं में से हैं जो जनता के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहते हैं। कोई परिवार मदद मांगे, किसी को इलाज की ज़रूरत हो — नाना बिना देर किए कहते हैं, “उसे सामान दे दो, इलाज शुरू करो — मैं पैसे भेजता हूँ।” वे दिन-रात जनता के लिए उपलब्ध रहते हैं। नाना के लिए धर्म, जात या समाज की कोई दीवार नहीं — हर इंसान पहले इंसान है।
🕊️ गंगा-जमुनी तहज़ीब के सच्चे प्रतीक
फ़ारूक़ नाना इनामदार सभी धर्मों और समुदायों का सम्मान करते हैं। उनके जन्मदिन पर हिंदू समाज ने इंदुरीकर महाराज का कीर्तन आयोजित किया, और नाना ने पूरे आदर के साथ उसमें भाग लिया। वे ईद भी मनाते हैं और दिवाली भी, क्योंकि उनके लिए हड़पसर की असली पहचान उसकी एकता और भाईचारा है।
🌾 किसान का बेटा, गरीबों का सच्चा साथी
फ़ारूक़ नाना एक किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने गरीबी और संघर्ष को बहुत करीब से देखा है, इसलिए उन्हें पता है कि ज़रूरतमंद की मदद कितनी अहम होती है। वे हर वर्ग और समुदाय के साथ खड़े रहते हैं — चाहे दिन हो या रात, नाना जनता के साथ हमेशा मौजूद रहते हैं।
👑 राजनीति के सच्चे “किंगमेकर”
फ़ारूक़ नाना इनामदार ने हड़पसर की राजनीति में साफ़-सुथरी और मज़बूत परंपरा बनाई है। जो भी उम्मीदवार उनके पैनल से चुनाव लड़ता है, नाना उसके साथ पूरी ईमानदारी और निष्ठा से खड़े रहते हैं। वे कभी गद्दारी नहीं करते, पूरे पैनल को एकजुट करके चलाते हैं और हर चुनाव में अपने उम्मीदवारों को जीत दिलाते हैं। यही वजह है कि जनता उन्हें प्यार से “किंगमेकर” कहती है।
विरोधक भी मानते हैं — “नाना हैं, तो जीत तय है”
फ़ारूक़ नाना इनामदार का नाम आज भरोसे और सेवा का प्रतीक बन चुका है। विरोधक भी जानते हैं कि जनता के दिल में नाना के लिए जो सम्मान और विश्वास है, वह किसी और के लिए आसान नहीं। “फ़ारूक़ नाना हैं… तो मुमकिन है!”
🏆 हड़पसर के प्रभाग 41 का गर्व — फ़ारूक़ नाना इनामदार
आज पूरा हड़पसर का प्रभाग क्रमांक 41 एक सुर में कह रहा है — फ़ारूक़ नाना सिर्फ़ नेता नहीं, बल्कि जनता के दिल की धड़कन हैं। उनके दरवाज़े हमेशा खुले रहते हैं, उनके घर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता, और उनके हर फैसले में जनता की भलाई झलकती है।
💡 2015-2016 में हुए विकास कार्य
जब कार्यसम्राट फारूक़ नाना इनामदार 2015-2016 में नगरसेवक थे, तब यह प्रभाग क्र. 45 था। उन्होंने सिर्फ़ 2 साल में प्रभाग में कई विकास कार्य किए:
सय्यद नगर, काले पडल, मुहम्मदवाडी, इशरत बाग, हेवन पार्क, इनामदार नगर में काँक्रेट रोड
ड्रेनेज लाइन, स्ट्रीट लाइट, वॉटर लाइन और केबल अंडरग्राउंड
जनता की सुविधा और विकास को प्राथमिकता
🚧 अधूरा सपना जल्द पूरा होगा:
सैयद नगर अंडरग्राउंड ब्रिज
फ़ारूक़ नाना का एक सपना अभी अधूरा है — सैयद नगर अंडरग्राउंड ब्रिज। यह ब्रिज हड़पसर से सैयद नगर को जोड़ने वाले रास्ते पर रेलवे ट्रैक के कारण होने वाली ट्रैफिक समस्या को हल करेगा। नाना ने इसे जीत के बाद जल्दी पूरा करने का वादा किया है।
जनता का संदेश साफ़ है:
“अगर प्रभाग 41 का विकास करना है, तो फ़ारूक़ नाना इनामदार को जिताना है!”
“अब की बार — फ़ारूक़ नाना इनामदार!”
