Reporter: मुन्ना मुजावर
अगर आपको बियर पीना पसंद है
यदि हां, तो यह खबर निश्चित रूप से आपके लिए अच्छी खबर है। गर्मियों के दिनों में बीयर की मांग काफी बढ़ जाती है और अक्सर अपना पसंदीदा ब्रांड पाना मुश्किल हो जाता है। हालाँकि, अब आपको निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस गर्मी में आप अपनी पसंदीदा बीयर बहुत कम कीमत पर पा सकते हैं। ब्रिटिश बीयर ब्रांड अब भारत में सस्ते होंगे। भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते के बाद, भारत ने ब्रिटिश बीयर पर करों में 75 प्रतिशत की भारी कटौती की है। बीयर प्रेमियों के लिए यह बहुत अच्छी खबर है।
इससे पहले, भारत में ब्रिटिश बीयर पर 150 प्रतिशत तक कर लगाया जाता था। अब भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते के कारण यह कर सीधे 75 प्रतिशत हो गया है। इस समझौते के तहत आयात शुल्क में सीमित राहत प्रदान की गई है। इस महत्वपूर्ण निर्णय से भारत में ब्रिटिश ब्रांड की बीयर काफी सस्ती हो जाएगी। तो, बीयर पीने के शौकीन लोग अब कम पैसे में इसका आनंद ले सकेंगे। दिलचस्प बात यह है कि इस व्यापार समझौते से न केवल बीयर बल्कि अन्य ब्रिटिश उत्पाद भी सस्ते हो जाएंगे, जिससे उपभोक्ताओं को विभिन्न वस्तुओं की खरीद पर लाभ मिलेगा।
भारत और ब्रिटेन के बीच यह महत्वपूर्ण समझौता 6 मई 2025 को हुआ था। हालांकि, भारत ने इस समझौते में शराब पर करों में कोई कटौती नहीं की है। आयात कर में यह कटौती केवल बीयर तक ही सीमित है। इसका साफ मतलब है कि अब भारत में बीयर सस्ती कीमतों पर उपलब्ध होगी, जबकि शराब की कीमतें वही रहेंगी। इसलिए शराब प्रेमियों को इस निर्णय से कोई प्रत्यक्ष लाभ नहीं मिलेगा।
बीयर की कीमत |
भारत में बियर की
बाजार का दिन-ब-दिन विकास:
: बीयर की कीमत |
भारत में बियर की
मुक्त व्यापार समझौते के कारण न केवल बीयर, बल्कि स्कॉच व्हिस्की पर भी आयात शुल्क में उल्लेखनीय कमी आई है। स्कॉच व्हिस्की पर 150 प्रतिशत आयात कर को अब घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके अलावा, भारत से ब्रिटेन को निर्यात किए जाने वाले कपड़ों और चमड़े के उत्पादों पर आयात शुल्क भी कम कर दिया गया है। इस मुक्त व्यापार समझौते से दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं और व्यापार को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
: भारत में बीयर का बाज़ार दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। भारतीय बीयर बाज़ार 2024 में लगभग 50,000 करोड़ रुपये का होगा और हर साल लगभग 8 से 10 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। शहरों में बदलती जीवनशैली और बढ़ती युवा आबादी जैसे प्रमुख कारकों के कारण बीयर की मांग बढ़ रही है। अब चूंकि ब्रिटेन में बीयर पर कर कम कर दिया गया है, इसलिए भारतीय बाजार में विविध और किफायती बीयर विकल्प उपलब्ध होंगे, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा और इस क्षेत्र के विकास में और तेजी आएगी।
