ओशिवारा मेट्रो परिसर बना डंपिंग ग्राउंड! …सड़े-गले कचरों से पूरे क्षेत्र में पैâल रही दुर्गंध………..

मुंबई…ओशिवरा मेट्रो स्टेशन के लिए पैदल जानेवाले यात्रियों को कचरे का सामना करना पड़ रहा है। आने जानेवाले लोग नाक पर रुमाल रख कर चलने को मजबूर हैं। हर रोज सुबह-शाम हजारों की तादात में निकलने वाली भीड़ को ओशिवरा मेट्रो के नीचे पड़े कचरों के ढेर से होकर गुजरना पड़ता है, जबकि वहां पर कचरे को फेंकने का कोई प्रावधान नहीं है।
हमेशा से मनपा लोगों को सलाह तो देती है कि सूखा और गीला कचरा अलग-अलग रखें, लेकिन मनपा ने सड़को पर ऐसी कुछ ठोस व्यवस्था नहीं की है और न तो कोई व्यवस्थित तरीके से कचरा कुुंडी बनाई गई हैं। यही वजह है कि लोग चलते-फिरते कहीं भी कचरा फेंकना शुरू कर देते हैं जिस पर मनपा का ध्यान बिल्कुल नहीं होता है।
ओशिवरा मेट्रो से सफर करनेवाले लोगों के लिए यह समस्या पहली बार की नहीं है, बल्कि कुछ महीनों पहले भी इसी तरीके से कचरे का ढ़ेर पड़ा हुआ था, लोगों ने मनपा से कई बार शिकायत की उसके बावजूद भी कोई सफाई नहीं की जा रही थी। फिर से एक बार उसी समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। यात्री श्याम लाल ने कहा मैं यहां से लगभग पिछले छह महीने से यात्रा कर रहा हूं, लेकिन कचरे की स्थिति जस की तस है। हमें सांस लेने में भी तकलीफ होती है। नाक पर रुमाल रखने से दम घुटने लगता है। इतनी बुरी हालत हो गई है हमारी। यात्री सुनीता पटेल ने कहा कि क्या कर सकते हैं हम, मनपा पूरी तरीके से लापरवाह है। मैं अंधेरी-ईस्ट में रहती हूं, ये हाल सिर्फ यहीं का नहीं है कई जगह तो खुली सड़कों पर भी कचरा फेंका जा रहा है और अब ये मेट्रो के पास गंदगी और पैâलती ही जा रही है।
प्रशासन की अनदेखी से नाराजगी
मेट्रो चाहे बन गई हो या बन रही हो। दोनों स्थिति लोगों की तकलीफें बढ़ा रही है। एक तरफ मेट्रो स्टेशन के पास कचरे का ढ़ेर, दूसरी ओर शहर में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट के आधे-अधूरे काम ने मुंबईकरों का जीना हराम कर दिया है। अभी हाल ही में चल रहे मेट्रो के आधे-अधूरे काम की वजह से सड़क पर रखे कबाड़ की वजह से सड़क बदहाल हो चुकी है, हादसे हो रहे है। लोगों का आना जाना मुश्किल हो चुका है। वाहन चालक को लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है। मेट्रो के परिसर में कचरा फेंका जा रहा है, जिससे प्रशासन बेखबर है।
