पात्रा चॉल मामले से संबंध होने का दावा कर जालसाजों ने व्यक्ति से 24 लाख रुपये ठगे………

मुंबई: एक 52 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस बनकर डिजिटल गिरफ्तारी के जाल में फँसाकर 24 लाख रुपये से ज़्यादा की चपत लगा दी गई। जालसाज़ों ने उस पर पात्रा चॉल में धन शोधन और यौन उत्पीड़न के 25 मामलों में शामिल होने का झूठा आरोप लगाया।
पुलिस के अनुसार, वसई निवासी को 23 अक्टूबर को एक स्वचालित कॉल आया, जिसमें दावा किया गया कि उसका फ़ोन नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल पाया गया है। फिर उसे शून्य दबाने का निर्देश दिया गया, जिसके बाद कॉल एक धोखेबाज़ के पास चली गई, जिसने खुद को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण का अधिकारी बताया।
धोखेबाज़ ने व्यक्ति को यह कहकर डरा दिया कि उसका फ़ोन नंबर कोलाबा पुलिस द्वारा जाँच किए जा रहे यौन उत्पीड़न के 25 मामलों से जुड़ा पाया गया है। पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता तब और चिंतित हो गया जब उसे बताया गया कि उसका नाम पात्रा चॉल मामले में भी सामने आया है।
भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के अधिकारी बनकर, घोटालेबाजों ने संपत्ति सत्यापन के बहाने व्यक्ति से मध्य प्रदेश स्थित एक खाते में धनराशि स्थानांतरित करवा ली।
