त्र्यंबकेश्वर विकास योजना के प्रथम चरण का कार्य प्रारंभ होना चाहिए; उत्तर प्रदेश की तर्ज पर कुंभ मेला प्राधिकरण अधिनियम जल्द ही लागू किया जाएगा: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
नासिक , दिनांक 23 देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। सिंहस्थ कुंभ मेले के संबंध में त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र के धार्मिक, सामाजिक एवं पर्यावरणीय विकास के लिए तैयार की गई योजना के प्रथम चरण का कार्य स्वीकृत कर प्रारंभ किया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि ये सभी कार्य उच्च गुणवत्ता और मानक के हों। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार इन विकास कार्यों के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराएगी।
वे आगामी 2020 में त्र्यंबकेश्वर के विकास के लिए तैयार की गई योजना के संबंध में शासकीय विश्राम गृह में आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इस अवसर पर जल संसाधन (विदर्भ, तापी और कोंकण सिंचाई विकास निगम), आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन, स्कूल शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे, विधायक देवयानी फरांडे, सीमा हिरय, डॉ. राहुल अहेर, संभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम, पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले, पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक, जिला कलेक्टर जलज शर्मा, नगर आयुक्त मनीषा खत्री, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशिमा मित्तल, नासिक महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. माणिकराव गुरसाल, पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने, सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने कहा कि त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र की प्राकृतिक संरचना सुंदर है। इस क्षेत्र के विकास के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई योजना को क्रियान्वित किया जाएगा। योजना को एक उच्चस्तरीय समिति और मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति के माध्यम से अनुमोदित किया जाएगा। इसके तहत त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्य किए जाएंगे।
अगला सिंहस्थ कुंभ मेला 2027 में आयोजित किया जाएगा। इस पृष्ठभूमि में, कुंभ मेले का कार्य समय पर पूरा किया जाना चाहिए। कुंभ मेले की पृष्ठभूमि में, नासिक और त्र्यंबकेश्वर में विकास कार्यों के दौरान अधिक सार्वजनिक परिवहन और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग की योजना बनाई जानी चाहिए। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि स्थानीय नागरिकों को और अधिक असुविधा न हो। श्री फडणवीस ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और शौचालयों की बेहतर व्यवस्था के लिए भी सुझाव दिए।
प्रयागराज की तर्ज पर कुंभ मेला प्राधिकरण
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर शीघ्र ही कुम्भ मेला प्राधिकरण अधिनियम बनाया जायेगा। फडणवीस ने कहा कि इससे कुंभ मेला संबंधी गतिविधियों के लिए कानूनी ढांचा उपलब्ध होगा और भीड़ का उचित प्रबंधन संभव हो सकेगा। आयोजन के दौरान विभिन्न सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए यह आवश्यक है।
गोदावरी नदी को शुद्ध करने के लिए सीवेज निपटान परियोजनाओं पर काम तुरंत शुरू किया जाना चाहिए। इसके लिए सर्वोत्तम तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि दीर्घकालिक कार्य तत्काल शुरू किए जाएं।
जिला कलेक्टर श्री. शर्मा ने त्र्यम्बकेश्वर विकास योजना पर एक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि श्री क्षेत्र त्र्यम्बकेश्वर विकास योजना 1100 करोड़ रुपये की है और इसके तहत इस स्थान के आध्यात्मिक और पर्यटन महत्व को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।