जश्नै शाह सक़लैन और 21 जोड़ों का दुसरा इज्तेमाई निकाह समुह शादी का जेतपुर में शानदार हुआ प्रोग्राम।
संवाददाता शोएब म्यानुंर जेतपुर
राजकोट : जेतपुर में दुसरी बार हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट की जानिब से जश्नै शाह सक़लैन और 21 जोड़ों का दुसरा इज्तेमाई निकाह समुह शादी का जेतपुर में शानदार हुआ प्रोग्राम।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के बरैली शरीफ के सिलसिला ए नक्श बंद के आस्ताना ए आलिया शाह शराफत मियां हुजूर और सक़लैन मियां हुजूर के सज्जादानशीन हज़रत पीरो मुर्शीद शाह मोहम्मद गाज़ी मिंया हुजूर के करम से इज्तेमाई निकाह समुह शादी के इस प्रोग्राम को अंजाम दिया गया।
इस मौके पर धोराजी, जेतपुर, जुनागढ़ शहेर के कई नामी गिरामी लोगों के साथ साथ बरैली, मुंबई, सुरत, नागपुर, शहेर से कई सारे सक़लैनी पीर भाई मौजूद रहे।
इस समुह शादी में कुल 21 दुल्हा, की निकाह पढ़ाई गई, साथ में दुल्हा, दुल्हन के घरवालों को 50 पचास लोगों को न्योता दिया गया और साथ ही में आए हुए महेमानों को खाना खिलाया गया।
सभी वोलिंटर भाईओं को पहेचान के आधार पर कुर्ता पायजामा युनिफोर्म के तौर पर दिया गया तो वहीं ख़्वातीन को चादरी हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट की तरफ़ से दी गई।
सभी 21 दुल्हा, की निकाह के बाद प्रोग्राम के आखरी में हज़रत पीरो मुर्शीद गाज़ी मिंया हुजूर ने ओन लाइन सोश्यल मिडिया के जरिए सभी दुल्हा, दुल्हन के लिए दुआ फरमाई और हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट के लिए भी दुआ फरमाई की जेतपुर में इज्तेमाई शादीयां आगे भी इसी तरहां होती रहे।
पुरे प्रोग्राम को मुंबई से तसरीफ लाए अब्दुल अजीज भाई सांढा ने होस्ट किया।
हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट के प्रेसिडेंट रइस वाड़ीवाला, सक़लैनी ने हमारी चेनल से बात करते हुए बताया कि ये सब हमारे पीर ओ मुर्शीद का करम है कि यह प्रोग्राम कामयाबी के साथ सफल हुआ हम सभी महेमानों का सुख्रिया अदा करते हैं और हमारी तरफ से कीसी भी कारण कोई खामी रेह गई हो यां कुछ उंच निच हो गया हो तो हम माफी मांगते हैं।
आए हुए सभी महेमानों का और निकाह पढ़ाने आए सभी ओलमा ए किराम का हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट की तरफ़ से शोल पहेनाकर सम्मान किया गया।
समुह शादी के इस प्रोग्राम को हज़रत शाह सक़लैन एकेडमी ऑफ इंडिया जेतपुर युनिट के सभी पीर भाईयों ने और बहेनों ने अपनी अपनी महेनत से इसे कामयाब बनाने में कामयाब हुए।