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इस घटना में जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनकी पहचान पिता हीरा लाल और उनकी चार बेटियां 18 साल की नीतू, 15 साल की निशि, 10 साल की नीरू और 8 साल की निधि शामिल है।
दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में सामूहिक सुसाइड केस से हड़कंप मच गया है। जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें एक शख्स और उसकी चार दिव्यांग बेटियां शामिल हैं। इस बीच मामले में एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें शख्स एक नीले रंग की पॉलिथीन लिए घर के अंदर जाता नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि पॉलेथिन में मिठाई का डिब्बा था और आशंका जताई जा रही है कि शख्स ने मिठाई में जहर मिलाकर बेटियों को खिलाई होगी जिससे उनकी मौत हो गई। यह सीसीटीवी फुटेज 24 सितंबर का बताया जा रहा है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, घर से मिठाई का डिब्बा बरामद किया गया है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इस घटना में जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनकी पहचान पिता हीरा लाल और उनकी चार बेटियां 18 साल की नीतू, 15 साल की निशि, 10 साल की नीरू और 8 साल की निधि शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को उनकी गर्दन पर कलावा बंधा मिला था। इसके अलावा उनके घर से सलफाज टैबलेट भी मिली है जो एंटी बेक्टेरियल इंफ्केशन को ठीक करने के लिए इस्तेमाल होती हैं।
पुलिस के मुताबिक हीरालाल की पत्नी की एक साल पहले ही मौत हुई थी। उसके बाद से वह अपनी बेटियों के साथ अकेले रह रहे थे। चारों बेटियां दिव्यांग थीं। पिता कारपेंटर के तौर पर काम करते थे और शाम को घर आने के बाद बेटियों की देखभाल में लग जाते थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, बेटियां कभी-कभार ही अपने कमरे से बाहर आती थीं। पड़ोसियों ने दावा किया उन्होंने आखिरी बार व्यक्ति और उसकी बेटियों को 24 सितंबर को देखा था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पड़ोसियों ने रंगपुरी गांव में एक फ्लैट की पहली मंजिल में किराये के घर से बदबू आने की शिकायत की थी जिसके बाद शव बरामद किए। डीसीपी मीणा ने बताया कि दमकल कर्मियों की मदद से पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और एक कमरे में एक व्यक्ति को मृत पाया जबकि उसकी चार बेटियों के शव दूसरे कमरे में मिले।
डीसीपी ने बताया कि पड़ोसियों और करीबी रिश्तेदारों से पूछताछ में पता चला है कि हीरालाल की पत्नी की एक साल पहले कैंसर के कारण मौत हो गयी थी। वह हर महीने करीब 25,000 रुपये कमाता था लेकिन जनवरी 2024 से काम पर नहीं गया था। इस बीच, हीरालाल के भाई मोहन शर्मा और भाभी गुड़िया शर्मा घटना की सूचना मिलने के बाद उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हीरालाल ने अपनी पत्नी की मौत के बाद परिवार के मामलों में दिलचस्पी लेना बंद कर दिया था और वह ज्यादातर अपनी बेटियों के इलाज में व्यस्त रहता था। पुलिस ने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 194 के तहत मामले की जांच शुरू कर दी गयी है और पोस्टमार्टम के लिए एक चिकित्सा बोर्ड का गठन किया गया है।
भाषा इनपुट के साथ
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