धुलिया (संवाददाता):-जिले के शिरपुर शहर स्थित जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता श्यामकांत ईशी के भतीजे एवं कृषि विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी रविन्द्र ईशी के सुपुत्र तेजस रवींद्र ईशी (चौधरी) की हत्या के संदेह में नासिक जिले के वाडिव-हे पुलिस थाने में शहर के 12 युवकों के खिलाफ जनवरी 2024 में न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज किया गया था।
जिससे शिरपुर एवं नासिक शहर में खलबली मच गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक युवक तेजस के पिता रवींद्र जगन्नाथ चौधरी ने आरोप लगाया है कि दोस्त से पूर्व में हुए झगड़े का बदला लेने के लिए तेजस को शराब में जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
ऐसा शक मृतक के निकटस्थ परिजनों द्वारा व्यक्त किया गया था। इस संबंध में मृत युवक के पिता रविन्द्र ईशी के अनुसार नासिक के इगतपुरी तहसील में तेजस की 27 से 28 अक्टूबर 2022 के बीच वैली रिजॉर्ट नामक होटल में संदिग्ध तौर पर मौत हो गई। लेकिन वाडिव-हे तहसील इगतपुरी जिला नासिक की पुलिस ने उसकी मौत का मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसलिए तेजस के पिता रवींद्र जगन्नाथ चौधरी ने इगतपुरी कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई।
कोर्ट के आदेश के मुताबिक वाडिव-हे पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ माह पहले मामला दर्ज किया था। अभियोजन पक्ष के रवीन्द्र चौधरी द्वारा दर्ज रिपोर्ट के अनुसार तेजस के दोस्त रितिक जैन का जन्मदिन 27 अक्टूबर 2022 को था। चूंकि तेजस और उसके दोस्त जन्मदिन मनाने के लिए नासिक जिले में स्थित मैंगो विला रिजॉर्ट गए थे। 28 अक्टूबर को तेजस के चाचा डॉ.सुनील चौधरी को केतन भंडारी ने फोन कर बताया कि, तेजस की तबीयत खराब हो गई है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि, खबर मिलते ही शिरपुर से तेजस के परिजन रवाना हुए। लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही तेजस के रिश्तेदारों को सूचना मिलने पर वह नासिक गए और डॉक्टर से बात कर उसके शव को कब्जे में ले लिया। उन्हें अस्पताल लाए जाने से पहले, तेजस की मौत की सूचना उसके साथ आए उसके दोस्तों द्वारा दी गई। जो उस समय तेजस की अचानक मौत पर गोलमोल जवाब दे रहे थे। इसलिए तेजस की अकस्मात मृत्यु पर पिता रवींद्र चौधरी को शक हुआ।
*पूर्व में हुए विवाद का बदला?* बताया जाता है कि, मृतक युवक तेजस ईशी और केतन भंडारी के बीच सन 2022 में गणेशोत्सव के दौरान झगड़ा हुआ था। जिसकी जानकारी तेजस ने घर पर दी थी। अभियोजन पक्ष के मुताबिक, इस झगड़े का बदला लेने के लिए संदिग्ध उसे जन्मदिन की पार्टी के बहाने नासिक के पास स्थित मैंगो विला रिसॉर्ट में ले गए और शराब में कुछ मिलाकर उसकी हत्या कर दी। संदिग्धों में केतन राजेंद्र भंडारी, ऋतिक नरेंद्र ओसवाल, गौरव संजय जगताप, प्रेम प्रमोद जैन, सचिन जयवंत पाटील, भावेन पतंगराव मोरे, मयूर रविंद्र कोली, चिंतन जितेंद्र ललवाणी, ऋषभ नरेश ओसवाल, मोहित राजेंद्र कढरे, आनंद शांतिलाल चोरडिया और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। इस घटनाक्रम के बाद करीब 15 महीने बाद इगतपुरी न्यायालय के आदेश पर वाडिव-हे पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस मामले की सघन जांच कर रही है ऐसा बताया गया। लेकिन मामले में अब आठ -नौ महिने से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद पुलिस द्वारा सख्ती से जांच कर आवश्यक कार्रवाई नहीं किये जाने से न्यायालयीन आदेश की अवमानना हो रही है।इस संबंध में मृतक तेजस के पिता रविन्द्र ईशी और परिजनों ने खेद जताया है।
और वाडिव-हे पुलिस की निष्क्रियता के कारण शीघ्र ही परिवार सहित मंत्रालय मुंबई या नासिक जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठने हेतु एक चेतावनी पत्र मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, नासिक परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक और नासिक जिलाधिकारी,नासिक ग्रामीण पुलिस अधीक्षक एवं नासिक उपविभागीय पुलिस अधिकारी को मृतक के पिता रविन्द्र ईशी और परिजनों ने लिखित में दिया है।