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Arvind Kejriwal Remand Hearing: दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी रिमांड पूरी हो चुकी है। आज उन्हें दोबारा राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जहां केजरीवाल ने खुद अपनी दलीलें पेश कीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह ईडी की जांच का सामना करने को तैयार हैं।
इसके साथ ही केजरीवाल ने जज से जिरह करते हुए कहा कि देश के सामने आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट होने की झूठी तस्वीर पेश की जा रही है। उन्होंने कहा कि ईडी का बस दो ही मकसद है। एक- उनकी पार्टी (आप) को खत्म करना और दूसरा वसूली रैकेट चलाना। केजरीवाल ने कहा कि यह एक घोटाला है। उन्होंने कहा कि अगर 100 करोड़ का घोटाला हुआ है तो पैसे कहां गए? क्या ईडी को वह पैसे मिले हैं?
आप नेता ने कहा कि असली घोटाला अब शुरू हुआ है। शरथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपये दिए हैं। इसका सबूत उनके पास है। केजरीवाल ने कहा कि मनी ट्रेल इस्टैबलिश हो चुका है और यह एक ऑर्गनाइज्ड क्राइम है। केजरीवाल ने अदालत में कहा, आबकारी नीति मामले में चार गवाहों ने मेरा नाम लिया, क्या किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए चार बयान पर्याप्त हैं?
उन्होंने यह दलीलें तब दीं, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया। ईडी ने केजरीवाल की और सात दिन की हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा कि मामले से जुड़े कुछ लोगों से उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है। ईडी ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल जवाब देने में टालमटोल कर रहे हैं और अपने डिजिटल उपकरणों के पासवर्ड का खुलासा नहीं कर रहे हैं।
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को ईडी ने इस मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और बाद में अदालत ने उन्हें 28 मार्च तक हिरासत में भेज दिया था।
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