नई दिल्ली : चुनावी नतीजों के बीच शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है. बाजार में भारी गिरावट के बीच सबसे ज्यादा धज्जियां सरकारी शेयरों की उड़ी हैं. बाजार में ये 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट है.
मार्केट पार्टिसिपेंट्स को आज उस वक्त तगड़ी मार झेलनी पड़ी, जब उम्मीदों के उलट शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई.
सेंसेक्स में करीब 4400 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ निफ्टी में 1400 अंकों का नुकसान है.
अडानी समूह की सभी दस सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुरुआती सत्र में 2.48 लाख रुपये से अधिक गिर गया, क्योंकि उनका मूल्यांकन 16.94 लाख करोड़ रुपये तक गिर गया.
बता दें कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में खुले और फिर क्रमश: 4000 और 1000 पॉइंट तक लुढ़क गए. 3 जून को एग्जिट पोल के नतीजों के बाद चौतरफा खरीद से शेयर बाजार नए हाई पर पहुंच गए थे. 4 जून को वोटों की गिनती खत्म होने पर बाजार का मिजाज कैसा रहने वाला है, इसे लेकर निवेशक टेंशन में हैं.
विदित हो कि अभी तक के चुनाव परिणाम का जो रुझान हैं वह भाजपा नीत एनडीए गठबंधन 298 सीट प्राप्त करने की और जा रही हैं जबकि विपक्षी कांग्रेस नीत इंडिया गठबंधन को 227 सीट प्राप्त हो रहीं हैं जबकि अन्य को 19 सीटों के प्राप्त हो रहीं हैं।
यहां उल्लेखनीय रुझान मप्र और उत्तरप्रदेश के हैं जिसमें मप्र में भाजपा 29 लोकसभा सीट में से 29 सीट प्राप्त करतें हुए क्लीन स्वीप कर रहीं हैं जबकि उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 42 से ज्यादा सीट इण्डिया गठबन्धन जीत रहा हैं।