Anil Deshmukh Autobiographical Book: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया कि उन पर ठाकरे परिवार और अजित पवार पर झूठे आरोप लगाने के लिए दबाव बनाया गया ताकि सरकार को अस्थिर किया जा सके। उन्होंने बताया कि देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें इन आरोपों से जुड़ा एक हलफनामा तैयार करने के लिए कहा था।
अनिल देशमुख ने अपनी आत्मकथा ‘डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर’ में देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए
देशमुख का दावा है कि देवेंद्र फडणवीस ने समीत कदम के जरिए उन्हें एक झूठा हलफनामा देने को कहा था
देशमुख ने दावा किया कि हलफनामे में उद्धव, आदित्य ठाकरे, अजित पवार पर गंभीर आरोप लगाने की बात थी
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपनी आत्मकथा ‘डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर’ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। देशमुख ने दावा किया है कि फडणवीस ने समीत कदम नाम के एक व्यक्ति के जरिए उन्हें एक झूठा हलफनामा देने को कहा था, जिससे उद्धव ठाकरे सरकार को गिराया जा सके। इस हलफनामे में उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और अजित पवार पर कई गंभीर आरोप लगाने थे। हालांकि देशमुख ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा कि वह झूठे आरोप लगाकर किसी का करियर बर्बाद नहीं करेंगे।कब की है बात?
यह पूरा मामला फरवरी 2021 में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार के बाद शुरू हुआ था। इस मामले में मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे थे। इसी दौरान मार्च 2021 में मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर परमबीर सिंह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूली का आरोप लगाया था। इसके बाद सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया। नवंबर 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में देशमुख को अरेस्ट कर लिया। 2022 में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।देशमुख ने क्या आरोप लगाया?
देशमुख का आरोप है कि अप्रैल 2021 में जब सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही थी। उसी दौरान देवेंद्र फडणवीस ने उनसे संपर्क साधा और मदद का वादा किया। फडणवीस ने कथित तौर पर समीत कदम नाम के शख्स को देशमुख के पास भेजा। उसने बताया कि ईडी जल्द ही मामले में शामिल होगी और कुछ सवाल पूछकर केस खारिज कर देगी। कुछ दिन बाद समीत कदम एक बंद लिफाफा लेकर देशमुख के पास पहुंचे। इस लिफाफे में एक हलफनामा था, जिसमें चार प्वाइंट थे।
क्या थे वो 4 अहम प्वाइंट?
देशमुख के मुताबिक, पहले प्वाइंट में उन्हें लिखना था कि उद्धव ठाकरे ने उन्हें अपने सरकारी आवास वर्षा बंगले पर बुलाकर मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए 300 करोड़ रुपये इकट्ठा करने को कहा था। दूसरे प्वाइंट में उन्हें यह झूठा दावा करना था कि आदित्य ठाकरे दिशा सलियन की मौत में शामिल थे। तीसरे प्वाइंट में यह आरोप लगाना था कि अजित पवार ने उन्हें तंबाकू उद्योग से पैसे वसूलने को कहा था। चौथे प्वाइंट में अनिल परब के दापोली स्थित साईं रिजॉर्ट में निवेश को लेकर झूठे दावे करने थे। देशमुख ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्होंने समीत कदम से कहा कि यह हलफनामा एक हथियार है। समीत कदम अपने देवेंद्र फडणवीस को बताओ कि मैं किसी पर भी ये झूठे आरोप नहीं लगाऊंगा। मैं जिंदगी भर जेल में बिता दूंगा लेकिन किसी के खिलाफ इस तरह के झूठे और घटिया आरोप नहीं लगाऊंगा।