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नीट पेपर लीक मामले में रोजाना नए खुलासे होते जा रहे हैं। अब इस केस में रवि अत्री गैंग का नाम सामने आया है। रवि अत्री फिलहाल उत्तर प्रदेश की मेरठ जेल में बंद है। बताया जा रहा है कि उसके गैंग ने पटना और नालंदा के बॉर्डर से नीट परीक्षा का पेपर लीक करवाया था। उसका नाम यूपी में कई परीक्षाओं के पेपर लीक में पहले आ चुका है। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का वह मास्टरमाइंड है।
न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाला से दावा किया है कि रवि अत्री का नीट पेपर लीक में सामने आया है। बिहार ईओयू के इस बारे में सबूत मिले हैं। पटना और नालंदा बॉर्डर से पेपर लीक कराया गया था। उसके बिहार में दो गुर्गे हैं, इनका नाम अतुल वत्स और संजीव मुखिया है। अतुल मूलरूप से जहानाबाद जिले का रहने वाला है, वो फरार है। संजीव मुखिया नालंदा का रहने वाला है, वह भी फरार है।
रिपोर्ट के मुताबिक पटना और नालंदा की सीमा से नीट का पेपर लीक होने के सबूत ईओयू को मिले हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही सॉल्वर गैंग को नीट का पेपर मिल गया था। पटना के एक स्कूल और हॉस्टल में नीट अभ्यर्थियों को जमा कर उनसे प्रश्न पत्र रटवाया गया। रांची के भी एक कॉलेज में छात्रों से पेपर हल करवाने की जानकारी सामने आई है।
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कौन है रवि अत्री?
रवि अत्री ग्रेटर नोएडा के लिम्का गांव का रहने वाला है। वह 2007 में मेडिकल की तैयारी करने कोटा गया था, लेकिन वहां सॉल्वर गैंग के संपर्क में आ गया। इसके बाद उसने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और वह पेपर लीक और परीक्षा में धांधली के कामों में लग गया। 2012 में उसने हरियाणा का प्री मेडिकल टेस्ट पास किया था और एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रोहतक के पीजीआई में एडमिशन लिया। हालांकि, उसने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। रवि अत्री पहले भी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक करवा चुका है। उसका नाम 2012 में एसबीआई की स्टेनोग्राफर परीक्षा के पेपर लीक में भी आया था। उस वक्त दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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