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BJP Allies Get Highest Representation in Cabinet Committee: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बुधवार को विभिन्न मंत्रिमंडलीय समितियों का गठन किया है। इनमें सुरक्षा, आर्थिक और राजनीतिक मामलों से संबंधित देश की सर्वोच्च निर्णायक समितियां शामिल हैं। एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार, सुरक्षा मामलों से संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) में प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को शामिल किया गया है।
आर्थिक मामलों संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी शामिल हैं। इस समिति में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान, पंचायती राज एवं मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी शामिल हैं। एचडी कुमारस्वामी जहां जेडीएस के नेता हैं, वहीं ललन सिंह जेडीयू के नेता हैं।
संसदीय मामले से संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति जो राजनीतिक और आर्थिक मामलों पर फैसले लेती है, उसमें प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारम, पंचायती राज मंत्री ललन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार, नागर विमानन मंत्री किंजारापू राममोहन नायडू, आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओरांव, संसदीय मामलों के मंत्री किरण रीजीजू और जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल शामिल हैं। इस समिति में कानून राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभारी) अर्जुन राम मेघवाल और कानून मंत्री एल मुरूगन विशेष आमंत्रित सदस्य हैं।
राजनीतिक मामले संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा 13 कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। इसमें भी बीजेपी के सहयोगी दलों को प्रमुखता से जगह दी गई है। जेडीयू के ललन सिंह, टीडीपी के राममोहन नायडू के अलावा इसमें हम के जीतनराम मांझी को भी जगह दी गई है।
निवेश और आर्थिक वृद्धि संबंधी समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी को रखा गया है। इसके अलावा सहयोगी दलों से चिराग पासवान शामिल किये गए हैं। शिवसेना कोटे से मंत्री बने प्रताप राव जाधव को समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य का दर्जा दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले की कैबिनेट कमेटियों में रामविलास पासवान और अकाली दल की हरसिमरत कौर भी रही हैं लेकिन 2014 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब इतनी संख्या में सहयोगी दलों को इन समितियों में इतनी ज्यादा भागीदारी दी गई है।
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