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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को यहूदी नववर्ष रोश हशाना के मौके पर शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने नेतन्याहू और इजराइल की जनता के लिए शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। सोशल मीडिया पर अपने बधाई संदेश में पीएम मोदी ने यहूदी धर्म की प्राचीन भाषा हिब्रू और अंग्रेजी में सदेश लिखा। मोदी ने लिखा, “यहूदी नववर्ष रोश हशाना के अवसर पर मेरे दोस्त प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायल की जनता को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मैं इजरायल के सभी लोगों के लिए शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं। शना टोवा”
यहूदी नववर्ष: रोश हशाना क्या है?
रोश हशाना यहूदी धर्म का नववर्ष होता है और यह यहूदी कैलेंडर के अनुसार तिशरी महीने के पहले दिन से शुरू होता है, जो आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में आता है। यह त्योहार यहूदियों के लिए आत्मचिंतन, प्रार्थना और अच्छे भविष्य की शुरुआत का प्रतीक है। इसे “सृष्टि के दिन” के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि यह माना जाता है कि इसी दिन भगवान ने दुनिया की रचना की थी।
रोश हशाना दो दिनों तक मनाया जाता है और यह धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठानों से भरा होता है। इस दौरान विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं और शॉफर (एक प्रकार का सींग) फूंका जाता है, जो आत्म-जागृति और आध्यात्मिक शुद्धिकरण का प्रतीक है। यह दिन यहूदियों के लिए आत्मविश्लेषण, पिछले साल की गलतियों पर विचार करने और आने वाले वर्ष के लिए नए संकल्प लेने का अवसर होता है।
रोश हशाना के दौरान लोग मिठाई खाते हैं, जैसे कि शहद में डुबोए गए सेब, जो एक मीठे और सुखद वर्ष की कामना का प्रतीक है। साथ ही, यहूदी समुदाय के लोग एक-दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं, जैसे कि “शना टोवा,” जिसका अर्थ है “अच्छा साल हो।” इस प्रकार, रोश हशाना यहूदी संस्कृति और धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो नई शुरुआत, आत्मशुद्धि, और अच्छे भविष्य की कामना के साथ जुड़ा हुआ है।
ईरान ने इजराइल पर दागीं 200 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें
यह शुभकामनाएं ऐसे समय में आई हैं जब इजरायल तीन मोर्चों पर संघर्ष कर रहा है। मंगलवार को ईरान ने इजरायल पर कम से कम 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे देश को एक साथ कई मोर्चों पर लड़ाई करनी पड़ रही है। इजरायली सेना के अनुसार, कई रॉकेटों को उनकी वायु रक्षा प्रणाली द्वारा नष्ट कर दिया गया, लेकिन कुछ मिसाइलें इजरायल के केंद्रीय और दक्षिणी हिस्सों में गिरीं। इन हमलों के दौरान नागरिकों ने बम शेल्टर्स में शरण ली, और रात के आसमान में मिसाइलों की चमक देखी गई।
हालांकि, इजरायल ने कहा कि इन हमलों में केवल कुछ मामूली चोटें आईं, लेकिन कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक फिलिस्तीनी व्यक्ति की मौत शरापनेल गिरने से हुई। इजराइल ने इस हमले का कड़ा जवाब देने का वादा किया है। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच, पीएम मोदी की शुभकामनाएं शांति और स्थिरता के लिए उनके समर्थन का संकेत देती हैं। भारत और इजरायल के बीच मजबूत कूटनीतिक और सामरिक संबंध हैं, और दोनों देश रक्षा, कृषि और तकनीक के क्षेत्रों में आपसी सहयोग करते रहे हैं।
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