* कांग्रेस नेता नाना पटोले ने निष्पक्ष चुनाव के लिए शुक्ला का तबादला करने की मांग की थी।
* शुक्ला पर विपक्षी नेताओं की फोन टैपिंग का आरोप है।
* शुक्ला को जून 2024 की सेवानिवृत्ति के बाद 2026 तक सेवा विस्तार दिया गया था।
* शुक्ला को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की करीबी माना जाता है।
* चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव के लिए 20 नवंबर से पहले शुक्ला का तबादला किया।
मुंबई – महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला का तबादला किया गया है। यह कदम कांग्रेस नेता नाना पटोले की मांग के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए शुक्ला के स्थानांतरण का अनुरोध किया था। केंद्रीय चुनाव आयोग ने इस मांग के बाद शुक्ला को पुलिस महानिदेशक के पद से हटा दिया। रश्मि शुक्ला के स्थानांतरण के पीछे कई कारण सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की घोषणा होते ही 28 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया, जिसमें 15 अधिकारी मुंबई के थे। इसके अतिरिक्त राज्यभर के 300 से अधिक पुलिस निरीक्षकों का भी तबादला किया गया था, जिसमें रश्मि शुक्ला को पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था।
रश्मि शुक्ला पर विपक्ष के नेताओं की फोन टैपिंग का आरोप है। हालांकि उनकी सेवानिवृत्ति जून 2024 में हो चुकी थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गठबंधन सरकार ने उन्हें जनवरी 2026 तक का सेवा विस्तार प्रदान किया था, जो नियमों के अनुसार विवादास्पद माना जा रहा है। शुक्ला की कार्यशैली को लेकर कई विवाद उठे हैं, और उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए विपक्षी नेताओं को धमकाने का भी काम किया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने भी शुक्ला पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक वह इस पद पर हैं, तब तक राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराना कठिन होगा।
पटोले ने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक पत्र भी भेजा था, जिसमें 20 नवंबर से पहले शुक्ला का तबादला करने का आग्रह किया गया था। अंततः, आज चुनाव आयोग ने रश्मि शुक्ला का स्थानांतरण करने का निर्णय लिया है। यह भी चर्चा है कि रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी अधिकारी हैं।
रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र कैडर की 1988 बैच की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। फरवरी 2021 में, उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रतिनियुक्त किया गया था। देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री कार्यकाल में 2018 में उन्हें राज्य गुप्तचर विभाग के आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। 2019 में महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार आने के बाद सितंबर 2020 में उन्हें पुलिस महानिदेशक पद पर पदोन्नत किया गया और बाद में सिविल डिफेंस की प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया।
राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर यह तबादला एक बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है, और इसे महाराष्ट्र में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।