राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम और चार अन्य आरोपियों को मुंबई की एक अदालत ने सोमवार को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स और मुंबई क्राइम ब्रांच ने रविवार को शूटर शिवकुमार (20) और उसके चार साथियों को यूपी के बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विनोद पाटिल के समक्ष पेश किया। पुलिस ने आरोपियों की रिमांड मांगते हुए अदालत से कहा कि वह मामले के वित्तीय पहलुओं की जांच करना चाहती है और साथ ही यह भी जानना चाहती है कि शूटर ने अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार कैसे हासिल किए।
पुलिस ने कोर्ट में क्या कहा?
पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी अनुराग कश्यप ने शिवकुमार को दो लाख रुपये दिये थे और इस पैसे के स्रोत की जांच करने की जरूरत है। पुलिस ने कहा कि शिवकुमार वांछित आरोपी शुभम लोनकर के संपर्क में था और इसलिए यह जानने के लिए उसकी हिरासत की जरूरत है कि वह (लोनकर) कहां है। आरोपी की ओर से पेश हुए वकील अमित मिश्रा ने अदालत में दलील दी कि शिवकुमार जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं और उसे पुलिस हिरासत में भेजा जा सकता है। मिश्रा ने कहा हालांकि अन्य चार आरोपियों को न्यूनतम समय के लिए रिमांड पर लिया जाना चाहिए क्योंकि अपराध में उनकी कोई विशेष भूमिका नहीं है।
कोर्ट ने पांचों आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा
मिश्रा ने अदालत में दलील दी कि उन पर सिर्फ शिवकुमार को शरण देने और भागने में मदद करने का आरोप है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने पांचों आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में विधायक और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिद्दीकी के सीने पर दो गोलियां लगीं और उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।