छठ पूजा ग्लोबल हो गई है। मुंबई में भी समंदर किनारे यूपी-बिहार से गए प्रवासी सूर्य को अर्घ्य देते हैं, मगर त्योहारी सीजन में अधिकतर लोग अपने पैतृक गांव जाते हैं। इस बार छठ पर्व और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच 12 दिनों का गैप है। अगर प्रवासी 20 नवंबर से पहले नहीं लौटे तो मुंबई की 12 विधानसभा के नतीजे बदल सकते हैं।
मुंबई: छठ पर्व से पहले यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनों में भीड़ उमड़ पड़ी है। मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य जिलों से चलने वाली ट्रेनें फुल हैं। लोकमान्य टर्मिनल समेत स्टेशनों पर यूपी-बिहार जाने वाले यात्रियों की लाइन लगी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच अप्रवासियों के पलायन से राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ गई है। जिन विधानसभा में महायुति और एमवीए के बीच कड़ी टक्कर है, वहां बिहार यूपी मूल के वोटरों के नहीं होने से नुकसान होना तय है। एक अनुमान के मुताबिक छठ व्रत के कारण सिर्फ मुंबई शहर से करीब 10 लाख अप्रवासी अपने गांव चले गए हैं, जिनके वोटिंग तक लौटने का इंतजार सभी पार्टियां कर रही हैं।
20 नवंबर तक कैसे लौटेंगे यूपी बिहार के प्रवासी
5 नवंबर को नहाय खाय के साथ छठ व्रत की शुरुआत हो रही है। सात नवंबर की शाम श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। 8 नवंबर को उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ ही छठ व्रत पारण होगा। दूसरी ओर, मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में मतदान 20 नवंबर को है। मुंबई समेत अन्य जिलों में बिहार और यूपी पूर्वांचल के प्रवासी छठ करते हैं। परंपरा के मुताबिक अधिकतर प्रवासी छठ पूजा के लिए अपने गांव चले जाते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई की आबादी 1.84 करोड़ आंकी जाती है, जिनमें 35 लाख लोग उत्तर भारतीय हैं। उनमें यूपी के प्रवासियों की तादाद करीब 20 लाख और बिहार के लोगों की संख्या करीब 3 लाख है।
मुंबई में 18 लाख हैं यूपी बिहार के प्रवासी वोटर
यूपी बिहार के प्रवासी मुंबई की इंडस्ट्री, रिटेल, सर्विस सेक्टर और मिलों में काम करते हैं। इनमें से 18 लाख प्रवासी अब मुंबई के वोटर भी बन चुके हैं। प्रवासी सांताक्रूज, कलीना, कुर्ला, दहिसर,चारकोप, कांदिवली-ई्स्ट, बोरीवली, मागाठणे, वर्सोवा, गोरेगांव, दिंडोशी, जोगेश्वरी-पूर्व और अंधेरी ईस्ट समेत कई सीटों पर प्रभावी हैं। फिलहाल इन प्रवासी वोटरों को लुभाने के लिए चुनावी सभाओं में भोजपुरी गाने भी बजाए जा रहे हैं। कुर्ला में शिवसेना कैंडिडेट मंगेश कुडालकर की सभा में ‘कमरिया करे लपालप, लॉलीपॉप लागेलू’ वाले गाने का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिस पर अभी भी विवाद हो रहा है। छठ पर्व पर बिहार और पूर्वांचल के लोग छठ के लिए अपने पैतृक गांव की ओर जा चुके हैं या जा रहे हैं।
लंबी छुट्टी पर गए प्रवासी 20 नवंबर तक कैसे लौटेंगे
एक्सपर्ट मानते हैं कि छठ जैसे त्योहार पर यूपी-बिहार जाने वाले प्रवासी लंबी छुट्टी लेते हैं। अब सारे प्रवासी 20 नवंबर के आसपास ही मुंबई लौट पाएंगे। इसका असर महाराष्ट्र के अन्य शहरों में भी दिखेगा, जहां प्रवासी रहते हैं। अनुमान के मुताबिक, महाराष्ट्र में 45 लाख यूपी वाले और करीब 6 लाख बिहारी रहते हैं। अगर यह चुनाव में गायब रहे तो नतीजों में बड़ा उलटफेर हो सकता है। बिहार और पूर्वांचल के लोग बीजेपी के वोटर माने जाते हैं। 2014 से पहले तक प्रवासी कांग्रेस को वोट करते थे, मगर पिछले चार चुनावों से वह बीजेपी गठबंधन के साथ रहे हैं। फिलहाल बीजेपी ने मुंबई में बचे हुए प्रवासियों के बीच प्रचार के लिए यूपी-बिहार के विधायकों की ड्यूटी लगा दी है।